उत्तरप्रदेश
मुजफ्फरनगर/स्वराज टुडे: गुजरात में तैनात सेना का एक जवान छुट्टी लेकर कांवड़ यात्रा के अपने गांव आया था। सोमवार 25 जुलाई को वो कस्बे के डाक कांवडिए के साथ रवाना हुआ था, लेकिन उसे क्या पता था कि यह उसकी आखिरी कांवड़ यात्रा साबित होगी।
ऐसा बताया जाता है कि उत्तराखंड के रुड़की और मंगलौर के बीच हरियाणा के कांवड़ियों के हमले में सेना के जवान कार्तिक की जान गई है।
जैसे ही सेना के जवान कार्तिक की मौत की सूचना उसके घर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। तो वहीं, खबर मिलते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया और कार्तिक के घर पर लोगों का तांता लग गया। जानकारी के मुताबिक, कार्तिक सिसौली कस्बे की पट्टी लेपरान निवासी था। कार्तिक के पिता का नाम योगेंद्र सिंह है और वो किसान है। योगेंद्र सिंह की मानें तो कार्तिक करीब चार साल पहले सेना में भर्ती हुआ था।
कांवड़ लेने के लिए आया था छुट्टी पर
उन्होंने बताया कि कार्तिक की तैनाती गुजरात में थी और वो कांवड़ लाने के लिए ही छुट्टी लेकर रविवार को ही घर आया था। सोमवार को कस्बे से डाक कांवड़ लाने के लिए कांवड़िए रवाना हुए थे, इनमें कार्तिक भी शामिल था। सभी खुशी खुशी रवाना हुए। मंगलवार सुबह जैसे ही वारदात की जानकारी परिजनों और ग्रामीणों को मिली तो गम का माहौल बन गया।
दो भाइयों में कार्तिक था बड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगेंद्र सिंह के दो बेटों में कार्तिक बड़ा था। अपने परिवार का वह बड़ा सहारा था। नौकरी से पहले कंप्यूटर सेंटर का संचालन करता था। नौकरी मिली तो सेंटर को भाई मुकुल और पिता संभालने लगे। मंगलवार सुबह जैसे ही झगड़े की सूचना मोबाइल के जरिये सिसौली पहुंची तो सैकड़ों लोग रुड़की के लिए रवाना हो गए। इसके अलावा छपार थाने पहुंचकर भी ग्रामीणों ने वारदात की जानकारी ली।
कांवड़ियों के बीच हुए झगड़े में गई जान
खबर के मुताबिक, कांवड़ियों के बीच हुए झगड़े में घायल सिसौली के कांवड़िए भी देर शाम तक अपने-अपने घर पहुंच गए। दिनभर गांव में गम का माहौल बना रहा और घरों में चूल्हे भी नहीं जले। रुड़की के सिविल लाइन थाने में वारदात का मुकदमा दर्ज हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। उधर, भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर सात्वंना दिया।
रुड़की में दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
कार्तिक के चाचा राजेंद्र सिंह ने रुड़की सिविल लाइन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। बताया कि सुबह करीब साढ़े छह बजे हरियाणा के दो कैंटरों में सवार हमलावरों ने कार्तिक पर हमला कर दिया था। उन्होंने बताया कि कार्तिक के सिर में गंभीर चोट आने और खून अधिक बह जाने के कारण भतीजे की मौत हो गई। हमलावर नीली ड्रेस पहने हुए थे।
रुड़की पुलिस ने छह युवकों को पकड़ा
उत्तराखंड पुलिस ने छपार पुलिस की मदद से घेराबंदी की तो आरोपी कांवड़िये हाईवे पर वाहन छोड़कर फरार हो गए। बताया जाता है कि रुड़की पुलिस ने पानीपत के छह युवकों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
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