
बिहार
आरा/स्वराज टुडे: कहते हैं कि बाहर की चोट तो दिखाई दे जाती है लेकिन अंदर लगा जख्म नजर नहीं आता. और कभी कभी इसका अंजाम बेहद खतरनाक होता है. बिहार के आरा में रहने वाला शख्स भी कुछ ऐसा ही घाव अपने अंदर छिपाकर जी रहा था.
आठ महीने पहले शख्स की पत्नी की मौत बीमारी की वजह से हो गई थी. वो अकेले ही अपने चार बच्चों की देखभाल कर रहा था. लेकिन उसके अंदर कौन सा तूफ़ान चल रहा था, इसकी किसी को जानकारी नहीं थी.
आरा के बिहिया थाने के बेलवानिया गांव से ये घटना सामने आई. यहां रहने वाले अरविन्द कुमार ने अपने ही हाथों से चार बच्चों को जहर मिला दूध पीने को दे दिया. इसके बाद खुद भी उसी दूध का सेवन किया. थोड़ी देर बाद सभी की हालत बिगड़ने लगी. जानकारी मिलते ही सभी को अस्पताल ले जाया गया जहां अरविंद के तीन बच्चों की मौत हो गई. जिस बच्चे की जान बच गई उसने सारे मामले का खुलासा किया.
जहर मिला दूध पीने से 3 मासूमों की मौत
जहर मिला दूध पीने की वजह से अरविंद कुमार की 13 साल की बेटी नंदनी कुमारी, 5 साल की पलक कुमारी और 7 साल के टोनी कुमार की मौत हो गई. जबकि एक बेटा बच गया. उसके साथ ही अरविंद कुमार का भी इलाज चल रहा है. बच गए बेटे ने बताया अरविंद ने मंगलवार की रात उनकी पसंदीदा चीज बनाई. पूरी-सब्जी खाने के बाद उनके पिता ने उन्हें दूध पीने को दिया. इसके थोड़ी ही देर बाद सभी के पेट में तेज दर्द उठा. जब सभी को उल्टियां होने लगी तब किसी ने आकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
पत्नी की मौत से था परेशान
आठ महीने पहले अरविंद की पत्नी की मौत हो गई थी. उसे गंभीर बीमारी थी, जिसकी वजह से उसकी जान चली गई. पत्नी की मौत के बाद अरविंद अकेले ही चार बच्चों की परवरिश कर रहा था. वो एक छोटी दुकान चलाता था जहां बिठाकर बच्चों को पढ़ाता भी था. लेकिन इन सबसे वो काफी परेशान भी हो रहा था. इसी वजह से उसने सभी के साथ अपनी जान देने का फैसला किया और ये कदम उठाया. फिलहाल उसका इलाज किया जा रहा है. उसके ठीक होने के बाद पुलिस अपनी कार्यवाई शुरू करेगी.
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