सत्ता, सट्टा, ड्रग्स और सवाल नरेला विधानसभा से जुड़े विवाद पर राजनीतिक हलचल
भोपाल/स्वराज टुडे: मध्यप्रदेश की राजनीति में इन दिनों नरेला विधानसभा क्षेत्र चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार, यहां लंबे समय से चल रहे एमडी ड्रग्स का कारोबार कर रहे भाजपा नेता यासीन मछली और पुलिस के चंगुल में गिरफ्तार यासीन मछली को लेकर राजनीतिक संरक्षण को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा रही है। भाजपा के नेता और वर्तमान में खेल एवं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का नाम इस मामले में सामने आ रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल आने वाले दिनों में सारंग को इस मामले पर स्पष्टीकरण के लिए तलब कर सकते हैं।
यासीन मछली और कोकता फार्म हाउस
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, नरेला क्षेत्र के कथित सट्टा कारोबारी यासीन मछली का नाम इस नेटवर्क के केंद्र में लिया जा रहा है। बताया जाता है कि कोकता इलाके में स्थित उसके फार्म हाउस में करोड़ों रुपये के हिसाब-किताब का लेनदेन होता है। सूत्रों का दावा है कि यहां अवैध वित्तीय गतिविधियों के लिए उन्नत तकनीक और सुरक्षित स्थान का उपयोग किया जाता है, जिससे कानून की पकड़ में आना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह फार्म हाउस क्षेत्र में लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है, लेकिन किसी बड़ी कानूनी कार्रवाई की खबर सामने नहीं आई है।
सारंग ने फैलाया नरेला में सट्टे का नेटवर्क
सूत्रों के अनुसार नरेला विधानसभा क्षेत्र में सट्टा कारोबार बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। करोंद, अशोका गार्डन, चाँदवड, सुभाषनगर और ऐशबाग जैसे इलाकों में इसकी जड़ें गहरी बताई जाती हैं। कई स्थानीय दुकानों, ठेलों और आवासीय परिसरों में इस नेटवर्क के सक्रिय होने की चर्चा है। कई लोगों का कहना है कि इस कारोबार से जुड़े लोग न केवल खेल आयोजनों पर सट्टा लगवाते हैं बल्कि स्थानीय स्तर पर भी विभिन्न घटनाओं और चुनाव परिणामों पर दांव लगाते हैं।
यासीन मछली के विश्वास सारंग से संबंध
मंत्री विश्वास सारंग और यासीन मछली के संबंध ताजे नहीं हैं। सारंग परिवार से यासीन के पुराने समय से हैं। जब कैलाश सारंग राजनीति में सक्रिय थे तबसे उनके संबंध हैं। जिसकी पुष्टि खुद विश्वास सारंग करते हैं। यासीन मछली का नाम स्थानीय स्तर पर कोई नया नहीं है। सूत्रों के मुताबिक यह नाम शहर के कई थानों की रिपोर्ट में बार-बार सामने आता रहा है। हालांकि कोई बड़ी सार्वजनिक कार्रवाई उसके खिलाफ नहीं हुई है। कहा जाता है कि उसका कोकता स्थित फार्म हाउस, सट्टे और अन्य संदिग्ध लेन-देन का मुख्य अड्डा है। वहीं कुछ स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार इस फार्म हाउस में न केवल सट्टा, बल्कि हवाला, कैश स्टोरेज और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के संचालन की भी आशंका है। पड़ोसी ग्रामीणों का कहना है कि फार्म हाउस पर गतिविधियां अक्सर रात के समय होती हैं और वहां बाहरी नंबर की महंगी गाड़ियों की आवाजाही आम है।
मछली पर राजनीतिक संरक्षण के आरोप
सूत्रों का दावा है कि इस पूरे नेटवर्क को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और इसमें मंत्री विश्वास सारंग का नाम लिया जा रहा है। आरोप है कि सारंग के संरक्षण में नरेला क्षेत्र में यह कारोबार वर्षों से चल रहा है और अब प्रदेश का सबसे बड़ा सट्टा हब बन चुका है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि ये आरोप सही साबित होते हैं तो यह प्रदेश सरकार और भाजपा संगठन दोनों के लिए गंभीर चुनौती हो सकती है। मछली पर धर्मांतरण के भी आरोप लगे हैं। वह अपने रसूख और पैसों के दम पर लोगों को धर्मांतरण के लिए दवाब डालता था।
सारंग पर लगे कई घोटालों के आरोप
विश्वास सारंग पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे और वर्तमान में खेल एवं सहकारिता विभाग संभाल रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि इन दोनों मंत्रालयों में रहते हुए करोड़ों रुपये के घोटाले हुए। विपक्षी नेताओं ने कई बार विधानसभा और मीडिया में इन मुद्दों को उठाया है। हालांकि, इन आरोपों की अब तक किसी स्वतंत्र एजेंसी द्वारा पुष्टि नहीं हुई है।
भाजपा के भीतर सारंग को लेकर चर्चा
भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल संगठन की छवि सुधारने के लिए सक्रिय हैं और इसीलिए वह इस मुद्दे पर सारंग से बातचीत कर सकते हैं। माना जा रहा है कि संगठन ऐसे आरोपों को गंभीरता से ले रहा है, खासकर तब जब विपक्ष लगातार इस पर हमला कर रहा हो। भाजपा संगठन के कुछ आंतरिक सूत्रों का यह भी दावा है कि खंडेलवाल इन चर्चाओं के मद्देनजर सारंग से जवाब तलब कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो यह पार्टी स्तर पर एक बड़ा कदम माना जाएगा।
विपक्ष ने की सारंग पर लगे आरोपों के जांच की मांग
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा कि यदि भाजपा वास्तव में भ्रष्टाचार और अवैध कारोबार के खिलाफ है तो उसे अपने मंत्री पर लगे आरोपों की जांच तुरंत करानी चाहिए। क्षेत्र के निवासियों के बीच इस मामले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया है। कुछ लोग मानते हैं कि सट्टा कारोबार ने कई युवाओं को आर्थिक और सामाजिक संकट में डाल दिया है, जबकि कुछ का कहना है कि इस कारोबार से कई लोगों की रोज़ी-रोटी भी चल रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि पार्टी स्तर पर सारंग को लेकर कोई सख्त निर्णय लिया जाता है, तो यह संगठन के भीतर अनुशासन और पारदर्शिता का संदेश देगा। वहीं, यदि मामला लंबा खिंचता है तो विपक्ष को हमले का और अधिक मौका मिलेगा।
नरेला की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति
नरेला विधानसभा क्षेत्र राजधानी भोपाल के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित है। यहां शहरी और ग्रामीण दोनों वर्गों की मिश्रित आबादी है। इस क्षेत्र में विश्वास सारंग का लंबे समय से दबदबा रहा है और वे यहां से बार-बार चुने गए हैं। ऐसे में किसी बड़े अवैध नेटवर्क का उजागर होना राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण हो सकता है।
*विजया पाठक की रिपोर्ट*

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