दिल्ली/स्वराज टुडे: लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी में एक अमेरिकी नागरिक लापता हो गया था। वह पैराग्लाइडिंग के लिए स्पीति घाटी के ऊपर उड़ान भर रहा था लेकिन अचानक वह लापता हो गया।
4 दिन तक चली छानबीन के बाद पता चला कि वह दुर्घटना का शिकार हो गया और इसमें उसकी मौत हो चुकी है। उसका शरीर स्पीति घाटी में करीब 14 हजार फीट की ऊंचाई पर दुर्गम जगह पड़ा हुआ था। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार ITBP के जवाब वहां तक पहुंचे और उसकी डेड बॉडी लेकर आए।
ITBP के जवानों ने किया खतरनाक रेस्क्यू
31 साल के अमेरिकी पैराग्लाइडर बोकस्टैलर ट्रेवर पिछले हफ्ते हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति में उस वक्त लापता हुए, जब वह पैराग्लाइडर से उड़ान भर रहे थे। ऊंची पहाड़ियों के बीच सर्च ऑपरेशन चलाना ITBP के जवानों के लिए एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि बोकस्टैलर किस तरफ गए। करीब 4 दिन तक सर्च ऑपरेशन के बाद पता चला कि 14 हजार फीट की ऊंचाई पर उसका शव पड़ा हुआ है। वह दुर्घटना का शिकार हो गए।
ITBP की तरफ से बताया गया कि बोकस्टैलर ट्रेवर के शव को ITBP पर्वतारोहियों द्वारा 48 घंटे से अधिक समय तक चले सबसे चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू मिशन के बाद 14800 फीट की ऊंचाई से नीचे लाया गया। SDRF और पुलिस ने सहायता की। चढ़ाई में 1900 फीट की चट्टानों को पार किया गया। इसके साथ ही ITBP ने रेस्क्यू का वीडियो ही शेयर किया है, जिसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये रेक्स्यू कितना खतरनाक और चुनौतीपूर्ण था।
दरअसल बोकस्टैलर ट्रेवर के लापता होने के बाद काफी तलाश के बाद कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद भारतीय सेना की डोगरा रेजीमेंट की सहायता से ड्रोन कैमरे से उसे तलाशने का प्रयास किया गया। तब टशीगंग के पास एक गहरी खाई में पड़े उनके पैराशूट से पहचान हो पाई। इसके बाद वहां तक पहुंचकर, शव को बाहर निकलने का प्रयास शुरू हुआ।
बता दें कि बोकस्टैलर ट्रेवर खतरनाक और ऊंचाई पहड़ियों से जंप करता था और इसका वीडियो रिकॉर्ड करता था। Youtube पर इसके कई वीडियो शेयर किए हैं। अब स्पीति घाटी में उसके साथ हादसा कैसे हुआ, इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि तमाम कठिनाइयों के बाद भी ITBP के जवानों ने उसका शव बाहर निकाला तो गृह मंत्री अमित शाह ने ITBP की जमकर तारीफ की और कहा कि मानवता के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है।
यह भी पढ़ें: दहेज में नहीं मिला बुलेट, नाराज पति ने नवब्याहता पत्नी को किया जिंदा आग के हवाले
यह भी पढ़ें: MIT से इंजीनियरिंग..UPSC में 42वीं रैंक हासिल कर बने थे IAS, अब हो गए सस्पेंड, पढ़िए पूरी खबर
Editor in Chief