छत्तीसगढ़
कोरबा-स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की आध्यात्मिक ऊर्जा पार्क गेरवाघाट में पर्यावरण संरक्षण का आधार सकारात्मक विचार विषय पर संगोष्ठि कर पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महापौर राजकिशोर प्रसाद तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस.एन. केशरी, डॉ के सी देबनाथ और गेवरा सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी उपस्थित थी।
कार्यक्रम में महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रकृति के संरक्षण के प्रति प्रेम अवश्य दिखाना चाहिए यह हमारी आवश्यकता भी है। शैक्षणिक संस्थाए हो या समाजिक संस्थाए सभी पर्यावरण के प्रति जागरूकता मिशन का कार्य करती है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ब्रह्माकुमारी संस्था भी पर्यावरण दिवस मना रही है। यहां हमें यह बात सिखने को मिलती है कि पर्यावरण को अपने सकारात्मक और शुद्ध विचारो से परिवर्तन किया जा सकता हैं, वैज्ञानिक शोध में भी पाया गया है कि अच्छे विचार और अच्छे संगीत पेड़ पौधे और पर्यावरण पर गहरा प्रभाव डालते है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस.एन. केशरी ने कहा कि वैज्ञानिक रीति से तो हम पढ़ते ही रहते है प्रकृति के आवश्यकता के बारे में। आज हम सबको मालूम है कि वातावरण को नुकसान हो रहा है। हम वृक्षारोपण तो करते है लेकिन उसकी पालना करना भी अत्यंत जरूरी है जो ज्यादातर नहीं हो पाता है उसके लिए हमें दृढ़ संकल्प कर पालन पोषण करना होगा। डॉ के.सी देबनाथ ने कहा कि अगर इकोसिस्टम को जल्दी नहीं सुधारा गया तो इसका भयावह परिणाम भुगतना पड़ सकता हैं। प्राणी जगत में मनुष्य को सर्वोच्च स्थान मिला है तो हम ही है जो वातावरण के तापमान को संतुलित कर सकते है जिसके लिए वैज्ञानिक शोध किए जा रहे है कि कैसे पृथ्वी के तापमान को कम किया जा सके।
गेवरा सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी ने कहा कि बाहरी प्रदूषण से नुकसान तो है आंतरिक प्रदूषण भी मुख्य कारण है जिसका प्रभाव हमें बाहर परिणाम के रूप में देखने को मिलता है। सकारात्मक व शुद्ध विचार ही स्वयं के प्रति, और प्रकृति के प्रति, पशु पक्षी, सर्व के प्रति रखेंगे तो परिवर्तन अवश्य होगा।
अतिथियों द्वारा आध्यात्मिक ऊर्जा पार्क में वृक्षारोपण किया गया। ब्रह्माकुमारी बहनो द्वारा अतिथियों को ईश्वरीय उपहार दिया गया। बच्चो ने पर्यावरण नृत्य प्रस्तुत कर समां बांधा। इस अवसर पर रश्मि शर्मा, अनीस शर्मा, लवलीन गांधी, नीलिमा कर्माकर तथा संस्था से जुड़े भाई बहनों की उपस्थिति थी।
Editor in Chief