छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की शाखा जमनीपाली सेवाकेंद्र डायमण्ड जुबली भवन में प्रथम बार बड़े ही धुमधाम से नए साल को खुशी व उत्सव के तौर पर मनाया गया। साथ ही नए वर्ष में तपस्या मास के लिए फरिश्ता स्थिति से दाता बनो कार्यक्रम का दीप जलाकर उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर कोरबा सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी, जमनीपाली सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी बिन्दू दीदी तथा संस्था के अन्य बहने भी उपस्थित थी।
नए साल का अभिनंदन करते हुए ब्रह्माकुमारी बिन्दू दीदी ने कहा कि पुराने वर्ष में जो भी हमारी कमी कमजोरियों व अवगुण रहे हुए थे अब उसे छोड़कर नए साल में नव जीवन प्रारंभ अर्थात अपने संकल्प में नवीनता हो, दूसरो के गुणो को देखने की दृष्टिकोण हो, कर्म ऐसा करें जिससे दूसरो को प्रेरणा व स्वयं को दुआ मिले।
ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने सभी को नए साल की बधाईयां दी और अपने उद्बोधन में कहा कि परमपिता परमात्मा इस पुराने संसार को परिवर्तन कर नया स्वर्णिम अर्थात् दैवीय संसार बनाने का कार्य कर रहे हैं। भारत को देवभूमि कहा जाता हैं क्योकि आज से 5000 साल पहले इसी पुण्य भूमि में देवी देवताओ का ही राज्य था और फिर से परमात्मा द्वारा देवी देवता धर्म का स्थापना का कार्य चल रहा है। राजयोग के माध्यम से अपने जीवन को दिव्य बनाया जा सकता है।
ब्रह्माकुमारी तुलसी, राजश्री, व ज्योति दीदी ने भी अपने भाव व्यक्त किए। इस अवसर पर केक कटिंग कर सभी का मुख मीठा कराया गया। सूरज सिदार ने बहुत सुंदर गीत गाकर नए साल का स्वागत किया। कमल साहु ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगो का मन मोह लिया। इस अवसर पर के.सी. सुनहरे प्रोफेसर, डॉ. रितेश सुनरहे, कान्हा साहु, वीरेश दास तथा संस्था के अन्य भाई बहने भी उपस्थित थे ।
Editor in Chief