नई दिल्ली/स्वराज टुडे: 25 नवंबर से शुरू हो रहे संसद शीतकालीन सत्र को लेकर मोदी सरकार उत्साहित है. सत्र में कई ऐतिहासिक बिल पास हो सकते हैं, जो देश में बड़ा बदलाव लाने वाले होंगे इसलिए मोदी सरकार भी बड़ी तैयारी में है.
उसने शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले 24 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इसी में सरकार विपक्षी रणनीति के पत्ते खुलेंगे. सरकार संसद में चर्चा के विभिन्न विषयों का जिक्र करेगी. बता दें कि संसद का ये शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा.
सरकार बताएगी अपना एजेंडा
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शीतकालीन सत्र से पहले 24 नवंबर को सर्वदलीय बैठक की घोषणा की. इस मीटिंग में सरकार सभी दलों को विशेषकर विपक्षी दलों को अपने आगामी एजेंडे के बारे में बताएगी. इस दौरान विपक्षी दल भी अपनी रणनीति का खुलासा कर सकते हैं कि वे किन मुद्दों पर सरकार का विरोध करेंगे. संसद का ये शीतकालीन सत्र कई मायनों में अहम होगा कि क्योंकि कई ऐसे बिल पास होंगे, जो देश की दशा दिशा बदलकर रख देंगे.
पेश होंगे कौन-कौन से बिल
शीत सत्र के दौरान मोदी सरकार वक्फ संशोधन, वन नेशन वन इलेक्शन सेक्युलर सिविल कोड जैसे कई अन्य अहम बिल पेश कर सकती है. वक्फ संशोधन बिल को लेकर काफी दिनों से हंगामा चल रहा है, ऐसे में सरकार की कोशिश किसी भी तरह से इस बिल को पास कराने पर होगी. पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि सरकार ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को सुनिश्चित करने के लिए लोकसभा विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की दिशा में काम कर रही है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इसको लेकर बिल पेश कर सकती है.
संसद में मचेगा घमासान
विपक्षी कई बिलों के विरोध में है. उसने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. कई विपक्षी दलों का तर्क है कि देश में इस तरह से चुनाव करा पाना संभव नहीं है. इतना ही नहीं वक्फ संशोधन बिल पर भी विपक्ष का अलग रूख है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि सरकार के लिए इन बिलों को संसद में पास करा पाना आसान नहीं होगा, उसे जबरदस्त विरोध हंगामे का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में 370 की बहाली का मुद्दा भी एक बार फिर उठ सकता है.
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