छत्तीसगढ़
बिलासपुर/स्वराज टुडे: बिलासपुर जिले में प्राइवेट जॉब कर रही एक युवती को प्रेम जाल में फंसा कर युवक ने लगातार रेप किया और जब शादी की बारी आई तो धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बेहतर जॉब दिलाने का आश्वासन देकर बढ़ाई नज़दीकियां
सकरी इलाके के एक किराए के मकान में रहने वाली पीड़ित युवती प्राइवेट जॉब करती है। कुछ साल पहले उसकी जान-पहचान जरहाभाठा के आरोपी 22 वर्षीय आकिब जावेद से हुई। उसने पीड़िता को ज्यादा बेहतर जॉब दिलाने का आश्वासन दिया। उसके बाद आरोपी उसके सकरी निवास पर आकर मिलने-जुलने लगा।
शादी के आश्वासन पर युवती ने कर दिया खुद को समर्पित
पीड़िता के मुताबिक यहां उसने शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाया। फिर जब उसने शादी के लिए दबाव डाला तो आरोपी युवक अपने रिश्तेदारों को लेकर उसके घर पहुंचा और उसे अपना धर्म बदल कर इस्लाम कबूल करने के लिए कहा। लड़की ने कहा कि वह अपना धर्म नहीं बदलेगी। इस पर आरोपी ने उसके साथ मारपीट की और विवाह करने से मना कर दिया।
युवक पर दो बार जबरदस्ती गर्भपात कराने का भी आरोप
युवती ने सकरी थाने में शिकायत की, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ पहले मारपीट, फिर उसके बाद रेप की धारा 376 (2) एन के तहत केस दर्ज किया गया। युवती ने बताया कि रेप के आरोपी ने उसका दो बार जबरदस्ती दवा खिलाकर गर्भपात भी कराया है। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी आकिब जावेद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसको जेल भेज दिया गया है।
दोषारोपण से पहले स्वयं के भीतर झांकना भी जरूरी
यहां सवाल उठना लाजमी है कि प्रेम प्रसंग में पड़ने से पूर्व युवती भलीभांति जानती थी कि युवक हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम है । फिर ये जानते हुए भी मात्र शादी के आश्वासन पर संबंध बनाने को तैयार हो गई , आखिर क्यों ? और जब उसने उसके साथ दांपत्य सूत्र में बंधकर जीवन गुजारने का निर्णय ले ही लिया था तो फिर उसे मालूम होना चाहिए कि भारतीय संस्कृति के मुताबिक किसी युवती को शादी के उपरांत अपने पति की जाति, धर्म और उसका सरनेम स्वीकार करना ही पड़ता है तो फिर जबरन धर्म बदलने के दबाव का आरोप लगाना समझ से परे है । पीड़िता नाबालिग तो है नहीं जो भावनाओं में बह गई ।
किसी से प्रेम हो जाना यह एक मानवीय प्रवृत्ति है जिसमें ना जाति आड़े आती है ना धर्म । देश में हर दिन कहीं ना कहीं कोर्ट मैरिज या विवाह होता ही है जिसमें वर वधु अलग-अलग जाति और धर्म के हो सकते हैं । लेकिन अगर प्रेमी जोड़े में युवक धर्म विशेष का होता है तो उसे लव जिहाद का नाम दे दिया जाता है ।
दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि जब तक युवती स्वयं कदम आगे ना बढ़ाए दुनिया की कोई ताकत उसे युवक के प्रेम जाल में नहीं फंसा सकती , शारीरिक संबंध बनाना तो बहुत दूर की बात है ।
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