उत्तरप्रदेश
आगरा/स्वराज टुडे: आगरा के एत्माद्दौला थाने में तैनात प्रशिक्षु महिला दारोगा ने इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार मिश्रा पर ये आरोप लगाकर सनसनी फैला दी कि वे उसे अपने कमरे में सोने के लिए बुलाते हैं। महिला दरोगा ने प्रार्थना पत्र में और भी कई गंभीर आरोप लगाए थे। छेड़छाड़ के इस मामले में (inspector) इंस्पेक्टर और एसएसआई (senior sub inspector) को निलंबित कर दिया गया, लेकिन कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
बचाव में उतरी इंस्पेक्टर की पत्नी
आरोपी इंस्पेक्टर की तरफ से उनकी पत्नी ने अधिकारियों के समक्ष अपने पति का पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें फंसाया गया है। प्रशिक्षु महिला दारोगा की मां ने इंस्पेक्टर को फोन किया था। बेटी के बारे में पूछा था। मां के कहने पर प्रशिक्षु महिला दरोगा के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई थी। सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस ने किस नियम के तहत लोकेशन निकलवाई।
लोकेशन निकलवाने पर उठे सवाल
चर्चा यह भी है कि लोकेशन एसएसआई अमित प्रसाद की भी निकलवाई गई थी। उस दौरान वह भी छुट्टी पर गए थे। जब दोनों किसी अपराध में लिप्त नहीं है। छुट्टी लेकर गए थे। जिला छोड़ने की अनुमति लेकर गए हैं तो उनकी लोकेशन क्यों निकलवाई गई। इस मामले में इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार मिश्रा के अलावा प्रशिक्षु महिला दारोगा की मां को भी नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया गया है। उन्हें भी नोटिस जारी किया गया है।
निकलवाई जा रही इंस्पेक्टर की कॉल डिटेल्स
इंस्पेक्टर की काल डिटेल निकलवाई जा रही है। यह देखा जाएगा कि उन्होंने रात 12 बजे प्रशिक्षु महिला दारोगा को फोन किया था अथवा नहीं। फोन किया होगा तो रात में प्रशिक्षु महिला दारोगा को फोन करने की वजह पूछी जाएगी।
चौकियों से थाने बुलाईं प्रशिक्षु महिला दरोगा
एत्माद्दौला थाने में तैनात प्रशिक्षु महिला दारोगा ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस घटना के बाद महिला दारोगाओं की बैठक बुलाई गई। बैठक में एसीपी भी कठघरे में आ गए क्योंकि वह अपने फ्लैट पर रात को बैठक बुलाया करते थे। यह देख सिटी जोन के एक इंस्पेक्टर ने चौकियों पर तैनात प्रशिक्षु महिला दरोगाओं को वापस थाने बुला लिया। ताकि उनके थाना क्षेत्र में किसी पुलिस कर्मी पर कोई आरोप नहीं लगे।
ट्रेनिंग के दौरान ही पक्षपात
आधा दर्जन प्रशिक्षु महिला दारोगा अलग-अलग चौकियों पर तैनात की गई थीं। सवाल यह उठ रहा है। बिना किसी वरिष्ठ अधिकारी के आदेश के उन्हें थाने में बुलाना सही है क्या? क्या वे केवल थाने पर ही ट्रेनिंग पूरी करेंगी? जबकि प्रशिक्षु पुरुष दरोगा चौकियों पर ट्रेनिंग करेंगे। ट्रेनिंग के दौरान ही पक्षपात उनकी कार्यकुशलता में बाधक बन सकता है।
एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा विशाखा कमेटी में हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा कोई आदेश नहीं है कि प्रशिक्षु महिला दरोगा सिर्फ थाने में ही ड्यूटी करेंगी।
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