नीट पेपर चुराने वाला आरोपी आखिर चढ़ गया CBI के हत्थे, जानें कब और कैसे चुराया प्रश्नपत्र

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नई दिल्‍ली/पटना(स्वराज टुडे) : नीट पेपर लीक मामले में बड़ा एक्‍शन हुआ है. नीट का पेपर चोरी करने वाले आरोपी को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, उसका एक अन्‍य साथी भी धरा गया है. सीबीआई ने ये गिरफ्तारी की है.

जिन दो लोगों को पकड़ा गया है, उनके नाम पंकज कुमार और राजू सिंह हैं. इस तरह केस की गहनता से जांच कर रही सीबीआई ने दो और गिरफ्तारियां कर ली हैं.

सीबीआई के मुताबिक, पंकज कुमार उर्फ आदित्य ने जिस ट्रंक से पेपर जा रहा था, उसमें से ही पेपर चोरी किया था और फिर आगे बांटने के लिए दिया था. पंकज कुमार जमशेदपुर से पढ़ा हुआ है और बोकारो का रहने वाला है. उसे सीबीआई ने पटना से गिरफ्तार किया है. वहीं उसके एक अन्‍य साथी राजू सिंह को भी हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया है.

जानकारी के अनुसार, पेपर को स्टील बॉक्स से चुराया गया था. पंकज के पेपर चुराने के बाद उसे लीक कराने में दूसरे आरोपी ने भी मदद की थी.

बड़ी बात ये है कि पंकज कुमार सिंह ने ही पेपर उस वक़्त ट्रंक यानी स्टील बॉक्स से लीक किया था, जब NTA द्वारा पेपर भेजे जा रहे थे. राजू कुमार उसकी मदद कर रहा था.. जहां-जहां पेपर लीक करने के बाद पहुंचना था, उसे पहुंचाया गया. पंकज कुमार के पास इंजीनियरिंग की डिग्री भी है.

इससे पहले नीट-यूजी पेपर लीक केस में सीबीआई ने सोमवार देर शाम हजारीबाग शहर के एक गेस्ट हाउस में छापा मारकर संचालक राजकुमार उर्फ राजू को गिरफ्तार किया. इसके बाद सीबीआई टीम उसे अपने साथ ले गई. सीबीआई ने 28 जून को हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एवं एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल मो. इम्तियाज और एक दैनिक अखबार के पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया था.

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इन सभी को एजेंसी ने रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की थी. इसके बाद धनबाद और पटना से तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जा चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की अब तक जांच में इसके पुख्ता साक्ष्य सामने आए हैं कि नीट-यूजी के पेपर ओएसिस स्कूल स्थित सेंटर से लीक किए गए थे. यहीं से पेपर पटना भेजा गया था, जहां एक हॉस्टल में कई छात्रों से मोटी रकम लेकर न सिर्फ पेपर उपलब्ध कराए गए थे, बल्कि उनके उत्तर भी रटवाए गए थे.

अब इस मामले में हजारीबाग के रामनगर स्थित राज गेस्ट हाउस के मालिक की भी संदिग्ध भूमिका की जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि पेपर लीक कराने वाले नेटवर्क की अहम कड़ी पत्रकार जमालुद्दीन से इस गेस्ट हाउस के मालिक के निकट संबंध हैं. आशंका है कि पेपर लीक कराने वाले नेटवर्क से जुड़े लोगों ने इस गेस्ट हाउस को ठिकाना बनाया था.

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दीपक साहू

संपादक

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