उत्तरप्रदेश
कानपुर/स्वराज टुडे: कानपुर के एक गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं से हॉस्टल के पास ही कुछ आवारा लड़कों ने छेड़छाड़ कर दी, जिसके बाद छात्राएं थाने पहुंच गईं. वहीं हॉस्टल प्रबंधन ने भी पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
सरकार महिला सुरक्षा के दावे कर रही है और अधिकारियों को सख्त निर्देश भी देती चली आ रही है, इसके बावजूद महिलाएं और लड़कियां शहर में खुद को महफूज नहीं समझ रही हैं. महिला अपराध की वारदात बढ़ रहीं हैं और पुलिस का खौफ मानों शहर के शोहदों में नहीं है.
सड़क पर जा रही छात्राओं से हुई शारीरिक छेड़छाड़
ताजा मामला कानपुर शहर से सामने आया है. जहां गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को हॉस्टल के पास के ही कुछ शोहदों ने छेड़ दिया और ये पहली बार नहीं बल्कि कई बार हो चुका है लेकिन जब छेड़छाड़ की हदें पार होने लगी तो हॉस्टल की छात्राओं ने सदलनपर हंगामा शुरू कर दिया । आरोप है कि शोहदों ने उनके साथ शारीरिक छेड़छाड़ की, जिसका विरोध जब छात्राओं ने किया तो शोहदें वहां से भाग निकले और धमकी देते हुए बाद में देख लेने की बात कही. इससे छात्राएं भयभीत हो गयी.
छात्राओं ने थाने में किया हंगामा?
जब छात्राओं के प्रदर्शन का कोई नतीजा नही निकला तो वे सब कानपुर के कल्याणपुर थाने तक पहुंच गईं और वहां जमकर हंगामा किया। हॉस्टल प्रबंधन ने भी आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की। थाने में बड़ी संख्या में छात्राओं को देख पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए. वहीं सभी लड़कियों ने जब पुलिस से आप बीती बताई तो पुलिस ने अपनी साख बचाने और क्षेत्र में पुलिस की मुस्तैदी और महिला अपराध के खिलाफ अपने रुख को दिखाते हुए आनन फानन में दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
शोहदों में क्यों नहीं पुलिस का डर?
वहीं एसीपी कल्याणपुर अभिषेक ने बताया कि क्षेत्र के दो शोहदों ने गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के साथ गलत व्यवहार किया, जिसके बाद सभी छात्राएं थाने आई और अपनी शिकायत की जिसके बाद. पुलिस ने दोनों शोहदों को गिरफ्तार कर लिया है और कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं.
वहीं भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इस बात का छात्राओं को आश्वासन दिया गया । लेकिन सवाल बड़ा है कि जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री महिलाओं की सुरक्षा के दावे करते हैं, वहां की पुलिस ऐसे अपराधों और शोहदों के जेहन में अपना अखौफ क्यों नही बना पा रही है.
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