* नवल शर्मा 420, 467,468,471,120 बी का आरोपी को लेकर बिलासपुर पुलिस के दो अधिकारियो ने अलग अलग दिए बयान?
* ज़ब पुलिस देहरादून गिरफ्तार करने गई थी तो आरोपी रायपुर मेकाहारा अस्पताल भर्ती होने कैसे पहुंचा?
* नवल शर्मा आरोपी 420, 467,468,471,120बी को आखिर कौन बचाना चाहता है गिरफ्तारी से?
* यदि गिरफ्तारी नहीं हुई तो सिविल लाइन पुलिस आरोपी नवल शर्मा के देहरादून घर में क्या करने गई थी?
बिलासपुर/स्वराज टुडे :- बिलासपुर पुलिस के सिविल लाइन थाने में 420 का आरोपी नवल शर्मा कई वर्षो से फरार चल रहा था जिसे एक तरफ सिविल लाइन टी आई बता रहें है टीम देहरादून से उसे लेकर आ रही है अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है रास्ते में है वही डी एस पी से पूछा गया तो उनका कहना है कि उनको टीम गई जरूर लेकिन टीम नहीं ला रही है वो मेकाहारा रायपुर में भर्ती है दो दो अधिकारियो के अलग अलग बाते किसे सच समझा जाये समझ से परे है।
बिलासपुर पुलिस की कार्रवाई पर उठते सवाल…
(1) आरोपी नवल शर्मा रायपुर मेकाहारा अस्पताल भर्ती होने कैसे पहुंचा ?
(2) पुलिस आरोपी के साथ रायपुर पहुंची यदि उन्ही के साथ आरोपी पहुंचा तो उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं दिखाई गई?
(3) आरोपी नवल शर्मा अलग से रायपुर पहुंचा तो पुलिस को कैसे जानकारी लगी कि वो मेकाहारा अस्पताल में भर्ती है?
(4) आरोपी उसी दिन मेकाहारा में भर्ती हुआ तो कैसे हुआ और क्यों हुआ?
(5) देहरादून गई पुलिस और नवल शर्मा आरोपी दोनों क्या एक साथ रायपुर पहुँचे?
(6) आरोपी को मेकाहारा अस्पताल रायपुर से एक ही दिन में छुट्टी दे दी गई फिर पुलिस ने उसे क्यों गिरफ्तारी नहीं की?
(7) नवल शर्मा आरोपी फिर बिलासपुर कैसे आया किसके साथ आया पुलिस लेकर आई है तो पुलिस कस्टडी में नहीं है तो कहाँ है
ये सब पुलिस की कार्यशैली को कटघेरे में ख़डी करती नजर आ रही है या सचमुच दाल में काला है इसकी पुष्टि हम नहीं करते है लेकिन सवाल तो खड़ा होता है और उसका जवाब पुलिस या आरोपी नवल शर्मा ही दे सकता है तीसरा जाँच की जाये तो सब सामने भी आ सकता है।
आखिर आरोपी नवल शर्मा पर 420 का क्यों दर्ज हुआ मामला
:भूमाफिया नवल शर्मा द्वारा रकबे से ज्यादा जमीन को बेचने का मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज है…। मामला लिंगियाडीह के खसरा नम्बर 15/63 मूल रकबा 1.90 एकड़ से 0.71 एकड़ ज्यादा भूमि बेच दिया जिसे लेकर प्रार्थी राजेश माखीजा ने कलेक्टर से लेकर तहसीलदार तक शिकायत की पर कोई कार्यवाही नही हुई? उसके पश्चात प्रार्थी ने संबधित थाने में भी इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई न होता देख उसे कोर्ट की शरण में जाना पड़ा वहाँ परिवाद दायर कर भू माफिया नवल शर्मा पर कोर्ट ने आदेश दिया कि उस पर एफ आई आर दर्ज की जाये तब जाकर सिविल लाइन थाने में नवल शर्मा पर रकबे से अधिक जमीन बेचने पर 420,467,468,471,120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया।
*गोविंद शर्मा की रिपोर्ट*
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