छत्तीसगढ़
सरगुजा/स्वराज टुडे:छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के एक स्कूल में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। मूक-बधिर छात्र-छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगाया है। छात्रों ने सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपना दर्द बयां किया।
प्राचार्य ने की थी मामले को दबाने की कोशिश
भाजपा युवा मोर्चा ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा है। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। छात्राओं ने सांकेतिक भाषा में बताया कि इसकी शिकायत पहले स्कूल प्राचार्य से की गई थी । अधिकारियों के दबाव की वजह से दो शिक्षकों को हटा दिया गया। छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य ने शुरुआत में इस मामले को दबाने का प्रयास किया।
अपराध की श्रेणी में आता है शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को सजा देना
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी ने बताया कि बच्चों के साथ मारपीट जैसी घटनाएं किसी भी शैक्षणिक संस्थान में अपराध की श्रेणी में हैं। घटना सामने आने के बाद तत्काल आरोपी को बर्खास्त कर दिया गया। छात्राओं की मांग पर थाने में मामला दर्ज करा दिया गया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
इस मामले पर समाज कल्याण विभाग उपसंचालक डीके राय का कहना है कि स्कूल, कॉलेज में छात्रों के साथ मारपीट और छेड़छाड़ अपराध है।10 दिन पहले इस मामले को प्रिंसिपल ने इस मामले से अवगत कराया था। प्रिंसिपल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को बर्खास्त कर दिया। मामले की जांच कर जारी है।
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