छत्तीसगढ़
बिलासपुर/स्वराज टुडे: प्रदेश के विभिन्न जिलों के शासकीय विद्यालयों में ड्यूटी के दौरान शिक्षकों के नशे में धुत रहने का ये कोई पहला मामला नहीं है । जब जब नशेड़ी शिक्षकों के संबंध में खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी तब तब विभागीय कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति कर दी जाती है लेकिन कभी भी ऐसा कदम नहीं उठाया जाता कि इस अनैतिक कार्य पर हमेशा के लिए अंकुश लग सके ।
एक तरफ आज के युवा उच्च शिक्षा हासिल कर रोजगार की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर है वहीं दूसरी तरफ मोटी तनख्वाह पाने वाले शासकीय विद्यालय के तथाकथित शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करना तो दूर, स्कूल को ही मयखाना बनाने पर तुले हैं ।
तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में आप देखेंगे कि नशे की हालत में स्कूल पहुंचा शिक्षक महिला प्रधान पाठक के सामने ही टेबल पर चखना रखकर पैग बनाते और खुलेआम शराब पीते दिखाई दे रहा है. उसे ऐसा करने से मना किया गया तो उल्टे उसने बीईओ, डीईओ और यहां तक कि कलेक्टर से शिकायत कर देने की बात कही. वीडियो बनाने पर यह भी कह रहा है कि अच्छे से वीडियो बनाओ, उसमें सब दिखना चाहिए. जिससे शिकायत करना है कर लो, मैं किसी से नहीं डरता।
ये मामला मस्तूरी ब्लॉक के शासकीय जनपद प्राथमिक शाला ग्राम- मचहा का है. बुधवार की सुबह स्कूल चल रही थी. बच्चे और दूसरे टीचर स्कूल में मौजूद थे. स्कूल की प्रधान पाठक तुलसी चौहान अपने कक्ष में मौजूद थीं. दूसरे टीचर भी काम पर लगे हुए थे. इसी समय यहां पदस्थ सहायक शिक्षक संतोष कुमार केंवट नशे की हालत में अपने साथ शराब और चखना लेकर स्कूल पहुंचा. स्कूल में छोटे-छोटे बच्चों के सामने शराब और बैग में रखा चखना निकाला और कार्यालय कक्ष में मौजूद प्रधान पाठिका श्रीमती तुलसी चौहान के सामने ही शराब की बोतल खोलकर पैग बनाकर पीने लगा।
जब शिक्षक को ऐसा करने से जब रोका गया तो उसने किसी से भी शिकायत करने देने की बात कही और शराब पीने लगा. इतना ही नहीं बाहर आकर उसने बच्चों को ये कहते हुए भगाने की कोशिश की कि छुट्टी हो गई है, सब घर जाओ. मामले में प्रधान पाठिका तुलसी गणेश चौहान ने बताया कि स्कूल में सहायक शिक्षक का यह कृत्य बेहद ही निंदनीय है. जिस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं उन्होंने स्कूल में शिक्षकों की मनमानी की बात भी कही।
मामले में जब डीईओ टीआर साहू को जानकारी दी गई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और शीघ्र जांच कर कार्रवाई की बात कही. साथ ही तत्काल उक्त शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. शासकीय जनपद प्राथमिक शाला में स्कूल लगने का समय सुबह 7:30 बजे से 11:30 बजे तक है. जहां विद्यार्थियों की संख्या 258 है. लेकिन शिक्षक अपनी मनमानी कर देरी से स्कूल पहुंच रहे हैं. जिससे स्कूल में पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अगर ऐसे शिक्षकों के कंधे पर देश का भविष्य होगा तो किस तरह राष्ट्र का निर्माण होगा यह आसानी से समझा जा सकता है।
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