छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: सूदखोर इरफान उर्फ मोनू कुरैशी के जेल में बंद होने के बाद उसकी सुदखोरी का धंधा उसके दोनों भांजे सलमान और नदीम व उसका भाई इक़बाल संभाल रहे हैं। उनके द्वारा ब्याज की रकम वसूलने के लिए कर्जदारों को मारपीट करने, जबरन उठा ले जाने व जान से मारने की धमकी दी जारी है। उनसे भयभीत कर्जदार पीड़ित 𝗦𝗘𝗖𝗟 कर्मचारियों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।
कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने सूदखोरी की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिये थे जिसके बाद शिकायतकर्ताओं के शिकायत पर इरफान उर्फ मोनू कुरैशी के खिलाफ क्षेत्र के अलग-अलग थाना चौकियो में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज पुलिस के द्वारा किया गया था इसके बाद कर्जा एक्ट के मामले में इरफान उर्फ मोनू कुरैशी जेल में बंद है.
शहर में सूदखोरी का धंधा जोरों पर है। सुदखोरों के चंगुल में फंसने के बाद कम ही कर्जदार उनके जंजाल से बाहर आ पाते हैं। अधिकतर तो ब्याज ही भरते रह जाते हैं। सुदखोर रकम और ब्याज की वसूली के नाम पर कर्जदार को जमकर लूटते हैं। कई बार तो ब्याज इतना ज्यादा हो जाता है कि कर्जदार का जेवर, मकान, प्लाट तक सूदखोर हथिया लेते हैं।
सुदखोरों की तरफ से वसूली के लिए प्रताड़ित तक किया जाता है। कभी-कभी तो अपराधियों की मदद तक ली जाती है। जब कर्जदार रकम चुकाने में असमर्थ हो जाता है तो हस्ताक्षर युक्त कोरे चेक और कोरे स्टाम से ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता है। चेक में मनमानी रकम भरकर या तो बाउंस करा कर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है या फिर स्टांप के सहारे कर्जदार की संपत्ति पर कब्जा कर लिया जाता है। मुकदमा दर्ज करने के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। संगठित रूप से सक्रिय सुदखोरों का पेट भरता रहता है और कर्जदार की जेब ढीली होते-होते वह सब कुछ गवा बैठता है।
ताजा मामला पीड़ित 𝗦𝗘𝗖𝗟 कर्मचारियों का है जो दीपिका निवासी है. जहां जरूरतमंद लोगों को सूदखोर के द्वारा कर्ज देकर उनसे कई गुना अधिक रकम वसूलने के मामले में चर्चित मुड़ापार के इरफान कुरैशी व उसके भांजे सलमान कुरैशी, नदीम कुरैशी व भाई इक़बाल के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई हैं ।
दीपका निवासी कन्हैया जायसवाल ने बताया कि रकम की जरूरत होने पर 2018/19 में इनके द्वारा इरफान कुरैशी उर्फ मोनू से संपर्क किया गया था। उससे 10% मासिक ब्याज पर 50 हजार लिए थे। इसके एवज में 20 कोरे चेक में हस्ताक्षर कराकर बैंक खाता व एटीएम के साथ रख लिया गया था।और नेट बैंकिंग भी बतौर अमानत रख लिया था।जिसका दुरुपयोग करते हुए उसके द्वारा छल पूर्वक एटीएम और नेट बैंकिंग से 14 लाख रुपए निकाल लिया गया।
कर्ज लिया 50 हजार सूदखोर ने ब्याज वसूले 14 लाख
पीड़ित का वेतन 70 हजार रुपए है इरफान के द्वारा पूरा पैसा निकाल कर पीड़ित को 5 हजार रुपए देता था। पीड़ित के द्वारा मात्र 50 हजार कर्ज लिया गया था जिसके बतौर ब्याज के रूप में इरफान के द्वारा 14 लाख रुपए ले लिया गया है। इसके बावजूद ब्याज के पैसे को लेकर उसके दोनों भांजे सलमान कुरैशी और नदीम कुरैशी के द्वारा गाली गलौज मारपीट तुझको उठा कर ले जाएंगे और जान से मारने की धमकी दी जा रही है ।
सूदखोर मामा पहुंचे जेल तो बाहर भांजों ने संभाल लिया मोर्चा
इसी तरह पीड़ित काली चरण ने बताया कि पिछले दिनों इरफान के द्वारा लोगों से इसी तरह ब्याज वसूली करने ब्लैकमेल व प्रताड़ित करने पर जेल जाने की जानकारी मिलने के बाद उसने राहत मिलने की सोची तो इरफान की जगह उसके रिश्तेदार भांजा सलमान कुरैशी और नदीम कुरैशी ने ब्याज की रकम अदा करने दबाव बनाना और गाली गलौज मारने पीटने की धमकी देना शुरू कर दिया। जो इरफान के जेल जाने के बाद उसके सुदखोरी का पूरा हिसाब किताब देखते हुए वसूली कर रहे है। जबकि पीड़ित ने बताया कि उसके द्वारा 2017/18में मात्र 90 हजार रूपये लिया था जिसके ब्याज स्वरूप 10लाख से अधिक राशि देने के उपरांत भी इरफान उर्फ मोनू कुरैशी के द्वारा 2023 में एरिस की राशि 1लाख 35 हजार भी निकाल लिया था। उसके बाद भी उसके दोनों भांजो व भाई इक़बाल के द्वारा ब्याज की रकम को लेकर परेशान किया जा रहा है। जिससे परेशान होकर पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
जबकि इरफान के खिलाफ यह 10 वा मामला है। और उसके भांजे सलमान का यह तीसरा मामला है और नदीम का दूसरा मामला है।जो ब्याज पर पैसा देने के बाद अपने नाम पर नौकरी लगवाने के नाम से स्टाम्प पर लिखा पढ़ी करवाते आ रहे है।
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