उत्तरप्रदेश
बरेली/स्वराज टुडे: पहले अक्सर इस बात को लेकर बवाल मचता था कि मुस्लिम युवक ने हिंदू धर्म की युवती को झांसा देकर प्रेम जाल में फंसा लिया। धीरे-धीरे जब ये मामला बढ़ने लगा तो कई राज्यों में इसे लव जिहाद का नाम दिया गया और इसके खिलाफ कानून भी बनाए गए।
मुस्लिम लड़कियां धर्म परिवर्तन कर हिंदू लड़कों से करने लगी है शादी
हालांकि अभी तक इस कानून के तहत किसी को सजा दिए जाने जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं दूसरी ओर अब मुस्लिम युवतियों का धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म के युवक के साथ शादी करने का मामला तेजी से सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है, जहां मुस्कान नाम की युवती ने हिंदू धर्म के युवक के साथ शादी रचाई हेै।
बरेली के अगस्त मुनि आश्रम में दोनों ने रचाई शादी
मिली जानकारी के अनुसार पेशे से ऑटो चालक अर्जुन सागर और युवती मुस्कान बदायूं जिले के गोराई गांव के रहने वाले हैं। युवती मुस्लिम धर्म से है और युवक हिंदू। युवती ने अपनी मर्जी से शादी की है। मुस्कान का कहना है कि दलित समुदाय का अर्जुन सागर अक्सर उसके गांव रिश्तेदारी में आता-जाता था, तभी मुलाकात हुई। ये बात उस समय की है जब कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ था। दोनों की मुलाकात धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई। फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया। मगर यह रास्ता इतना आसान नहीं था। दोनों की लव स्टोरी के बीच धर्म की दीवार थी। इसी बीच बरेली के अगस्त मुनि आश्रम के बारे में पता चला तो युवती ने संपर्क किया और अपनी मर्जी से आश्रम में शादी कर ली।
मुस्कान ने मायकेवालों से बताया जान का खतरा, पुलिस प्रशासन से मांगी सुरक्षा
मुस्कान का कहना है कि उसने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है। अब उसने अपना नाम मुस्कान सागर रख लिया। ऐसे में उसके पति को मायकेवालों से जान का खतरा है। इसको लेकर उसने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
सनातन धर्म में महिलाओं को मिलता है सम्मान- मुस्कान
युवक और युवती ने बताया कि पिछले 4 साल से दोनों के बीच प्रेम संबंध है। युवती का कहना है कि इस्लाम धर्म में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता है, जबकि सनातन धर्म में सम्मान और इज्जत है। इस्लाम में तीन तलाक और हलाला उसे पसंद नहीं है। मैं हलाला का शिकार नहीं होना चाहती। अर्जुन सागर का कहना है, ‘हमने अपनी मर्जी से शादी की है। कोई जोर दबाव नहीं है। मैं टेंपो चलाता हूं।’
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