छत्तीसगढ़
कोरिया/स्वराज टुडे: कोरिया जिले के विकासखंड भरतपुर जनकपुर से कोटाडोल मार्ग निर्माण में जमीन का मुआवजा नहीं दिए जाने से नाराज़ किसानों ने चक्का जाम कर दिया। किसानों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी ने दो महीने का आश्वासन दिया था कि सबको मुआवजा मिल जाएगा लेकिन आज तक कोई राशि नहीं मिली।
सड़क चौड़ीकरण के नाम पर 415 किसानों की जमीनी की गई अधिग्रहित
जनकपुर कोटाडोल सड़क चौड़ी कर वर्ष 2010 में करवाया गया था। जहां सड़क चौड़ीकरण के समय 415 किसानों की जमीन अधिग्रहण की गई थी, लेकिन पूरे 12 साल बीत जाने के बावजूद भी किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया। इस मामले को लेकर किसानों ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। लेकिन हर बार आश्वासन देते आज 12साल बीत गए, लेकिन उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला।
2 महीना आश्वासन की अवधि समाप्त
बीते महीने मार्च में,जब किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम किया था,तब पीडब्ल्यूडी ने किसानों को आश्वासन दिया था कि दो महीने तक में मुआवजे कि राशि आप लोगो को मिल जाएगी, लेकिन जब उन्हें लगा कि उनके साथ छलावा किया जा रहा है तो, किसानों के सब्र का बांध टूट गया, और आक्रोशित किसानों ने भगवानपुर के पास चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
किसानों ने दी को उग्र आंदोलन की चेतावनी
किसानों का कहना है कि इस बार आश्वासन नहीं मुआवजा दिया जाए, अन्यथा यह चक्का जाम अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। जमीन मुआवजा की राशि प्रशासनिक स्वीकृति के लिए लंबित है, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस तरह का बयान दोहराते हुए 12 साल बीत चुके हैं, लेकिन मंत्रालय में दस्तावेज जमा होने के बावजूद प्रशासनिक, स्वीकृति आज तक नहीं मिला।
पीडब्ल्यूडी भी बस रटा रटाया जवाब दे रहा है कि मंत्रालय से स्वीकृति मिल जाएगी वैसे ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। आखिर भाजपा की सरकार आई और चली गई। वही कांग्रेस द्वारा नई सरकार बनाने के बाद भी फाईल लटका हुआ है। अब देखना होगा कि किसानों को मुआवजा कब तक मिलता है।
*मनोज श्रीवास्तव की रिपोर्ट*
![](http://swarajtoday.com/wp-content/uploads/2024/02/deepaksahu.webp)
Editor in Chief