छत्तीसगढ़
सक्ती/स्वराज टुडे: सक्ती रियासत के राजा धर्मेंद्र सिंह जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल व कॉलेज जहां पर हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधान पूर्ववर्ती कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है, उसका नाम बदलने की कवायद मौजूदा भाजपा की सरकार कर रही है। इस तरह के प्रयास को नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अनुचित करार देते हुए कहा है कि स्कूल का नाम बदलना छत्तीसगढ़ की अस्मिता से खिलवाड़ होगा।
इस मामले में राजा धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि पहले चरण दास महंत को अपने गिरेबान मे झांकना चाहिए l जब पूर्व मे कांग्रेस की सरकार थी तब ये सर्वोच्च पद पर थे तब इनको इतना घमंड हो गया था कि इन्होंने सक्ती के वार्ड न. 8 स्थित शिव वाटिका में अपने पिता जी की बड़ी मूर्ति स्थापित करवा दी। इनको लगता है कि शिव भगवान से बड़े इनके पिता स्व. विसाहू दास महंत है। पूर्व मे सर्व आदिवासी समाज ने इनका पुरजोर विरोध किया था l समाज के लोगो ने मूर्ति के खिलाफ विरोध करते हुए एसडीएम व कलेक्टर समेत अनेक अधिकारियों व मंत्रियों से शिकायत की थी।
अब जब से छत्तीसगढ़ मे कांग्रेस की सरकार बदली है तब से इनका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है और स्कूल कॉलेज के नाम पर अलग अलग बयान दे रहे है l अगर इनको इतनी ही चिंता है तो सबसे पहले अपने पिता स्व. बिसाहू दास महंत के नाम को हटाकर पुनः शिव वाटिका के नाम को उद्धृत करवाएं। साथ ही अपने पिता की मूर्ति को शिव वाटिका से हटवाएं । शिव से बड़ा उनके पिता नहीं हो सकते । डॉ महंत जी से अनुरोध है कि अगली बार मीडिया के समक्ष सोच समझ कर कोई बयान दें l
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