छत्तीसगढ़
कांकेर/स्वराज टुडे: पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से प्रदेश में लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है । नदी-नाले उफान पर हैं और रिहायशी इलाकों में पानी घुस रहा है।
ताजा मामला कांकेर जिले के बांदे थाना अंतर्गत इरपानार के पास एक गांव का है जहाँ लगातार हो रही बारिश के चलते एक घर ताश के पत्ते की तरह ढा गया इससे घर में सो रहे पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बारिश की वजह से गांव तक पहुंच पाने में नाकाम जिला प्रशासन की टीम ने राज्य सरकार से हेलिकॉप्टर की मांग की है।
कांकेर जिले में पिछले 2 दिनों से भारी बारिश के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में बीती रात बांदे थाना क्षेत्र अंतर्गत इरपानार के पास गांव में एक मकान के गिर जाने से अंदर सो रहे 5 लोगों की दबकर मौत हो गयी । तड़के घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन-पुलिस ने बचाव की कवायद शुरू की लेकिन भारी बारिश ने उनका रास्ता रोक लिया । दरअसल बारिश की वजह से नदी उफान पर है ।इससे घटनास्थल तक पहुंचकर राहत कार्य कर पाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में विधायक अनूप नाग ने सरकार से स्थल तक पहुंचने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीते तीन-चार दिनों से बारिश बरपा रही है। बिलासपुर में बीते 4 दिन से हो रही लगातार बारिश से नदी-नालों का पानी अब निचली बस्तियों, मोहल्लों और वार्डों तक पहुंच गया है। घर, स्कूल और दुकान जलमग्न हो गए हैं। शहरी क्षेत्र में सिरगिट्टी, तिफरा, सकरी, घुरू, अमेरी, मन्नाडोल, डिपरापारा, कुंदरापारा, देवारपारा, यदुनंदन नगर, उसलापुर और सरकंडा में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में पचपेड़ी, जोंधरा, मस्तूरी क्षेत्र में भी हालात बिगड़े हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम तमाम प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का रेस्क्यू कर रही है। जोन वार इसके लिए मुनादी कर अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मुंगेली जिले में बाढ़ का कहर
मुंगेली जिले में बाढ़ का कहर जारी है। सरगांव नगर पंचायत का वार्ड क्रमांक 1 चारों तरफ पानी से घिरकर टापू के रूप में बदल गया है। 500 से अधिक लोग पानी में फंस गए। तेज बारिश के बावजूद भी मुंगेली कलेक्टर राहुल देव और एसपी चंद्रमोहन सिंह मोटर बोट के जरिये लोगों तक मदद पहुंचाने गए।। कलेक्टर ने मदद के लिए दुर्ग जिले से एसडीआरएफ की टीम बुलाई। इसके पहले सल्फा गांव से 225 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। उनके रुकने का इंतजाम कॉलेज भवन में किया गया। जिले में लगातार हो रही बारिश आफत की बारिश साबित हो रही है। मनियारी शिवनाथ आगर नदी उफान पर है।
धमतरी जिले के सभी बांध लबालब
धमतरी जिले में लगातार अच्छी बारिश से सभी चारों बांध लबालब हो चुके हैं। रविवार को सोंढुर बांध के सभी 5 गेट खोल दिए गए। 2400 क्यूसेक पानी सोंढुर नदी में छोड़ा जा रहा है। जलसंसाधन विभाग ने बताया कि अभी कैचमेंट एरिया में भारी बारिश के कारण करीब 5 हज़ार क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। सोंढुर नदी के तटीय गांवों में अलर्ट कर दिया गया था। महानदी में जल स्तर बढ़ सकता है, फिलहाल आला अफसर लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए हैं।
बलौदा बाजार में नदी-नाले उफान पर
बलौदा बाजार जिले में बारिश के चलते नदी और नाले उफान पर हैं। जिले के नदी किनारे बसे गांव में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिले से रायगढ़ जांजगीर और बिलासपुर जाने वाली मुख्य सड़कें पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं। भाटापारा का सिमरिया घाट, अमेठी घाट और गिधौरी पुल के ऊपर से भी पूरी तरह से पानी चलने लगा है। जिला मुख्यालय आने का संपर्क भी टूट चुका है।
सरगुजा में बहा रपटा पुल मार्ग
सरगुजा में लगातार हो रही बारिश में अम्बिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे 130 में निर्माणाधीन पुल के लिए बनाया गया डायवर्सन रपटा पुल मार्ग बह गया है। रपटा पुल के अचानक ढहने से एक ट्रक भी पलट गया। सरगुजा संभाग में बीते तीन दिनों से अच्छी बारिश की शुरुआत हुई है। ऐसे में रपटा पुल बह गया। आवागमन बाधित हो गया। फिलहाल लखनपुर पुलिस मौके पर पहुच अप्रिय घटना को रोकने निगरानी में जुटी हुई है।
कोरबा में रतजगा पर मजबूर लोग
कोरबा शहर में बीती रात हुई झमाझम बारिश के कारण आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। निचली बस्तियों के साथ ही कॉलोनियों में पानी भरने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पंडित रविशंकर शुक्ल नगर, शारदा विहार, कुंआ भट्टा सहित अन्य इलाकों में पानी भर गया जिससे लोगों को रात के अंधेरे में रतजगा करना पड़ा.
Editor in Chief