छत्तीसगढ़
कोरबा-बालकोनगर/स्वराज टुडे: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर टाउनशिप में आकर्षक ‘मल्हार’ फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया। कार्यक्रम में बालको के प्रतिभाशाली कर्मचारियों द्वारा खींची गई तस्वीरों का संग्रह प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में आये आगंतुकों ने मनमोहक फोटोग्राफी की सराहना की।
बालको टाउनशिप में आयोजित दो दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला को ‘मल्हार’ नाम दिया गया। ‘मानसून’ थीम के इर्द-गिर्द घूमती प्रदर्शनी में बारिश, जलवायु और बालको के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाने वाली मनमोहक चित्र प्रदर्शित की गईं। सभी कलात्मक छायाचित्र बालको कर्मचारियों द्वारा खींचे गए थे। बालको कर्मचारियों के मित्रों और परिवारों सहित आगंतुकों के लिए खुली यह प्रदर्शनी दर्शकों के लिए अविस्मरणीय आनंददायक अनुभव रहा।
कार्यक्रम में ‘सेल्फी कॉर्नर’ के साथ-साथ बच्चों के लिए ‘किड्स कॉर्नर’ बनाया गया था, जिसमें बच्चों के लिए स्केच बनाने तथा बनी हुई आकृति में रंग भरने की व्यवस्था थी। आगंतुकों के लिए एक आकर्षक कॉर्नर तैयार किया गया जिसमें विंटेज क्लासिक्स कैमरों से लेकर अत्याधुनिक डिजिटल मॉडल के कैमरों को प्रदर्शनी शामिल की गई थी। दो दिवसीय कार्यक्रम में दर्शकों को फोटोग्राफी उपकरणों और उसके समृद्ध इतिहास की यात्रा की जानकारी दी गई। सकारात्मक बदलाव में तकनीक के महत्व को देखते हुए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस कॉर्नर बनाया गया। एआई-जेनरेटेड तस्वीरों की मदद से सीमित संसाधन के रूप में ‘जल’ के महत्व को दिखाया गया।
मल्हार प्रदर्शनी में अनुभवी फ़ोटोग्राफ़रों के नेतृत्व में जानकारीपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। प्रतिभागियों को कैमरे के संचालन, लाइट, एंगल और फ्रेमिंग आदि जरूरी जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला के उपरांत ‘फोटो वॉक’ का भी आयोजन किया गया। प्रशिक्षकों के विशेष मार्गदर्शन में प्रतिभागियों ने अपने फोटोग्राफी हुनर का प्रदर्शन करते हुए बालको के मनोरम दृश्य को कैमरे में कैद किया।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने मल्हार फोटोग्राफी प्रदर्शनी के आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी तकनीकी प्रगति को समृद्धि प्रदान करने में मदद तथा हमें आगे नवाचार करने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे कार्यक्रम हमारे संगठन के भीतर कर्मचारियों के लिए प्रेरणा स्रोत तथा उनमें रचनात्मकता को बढ़ावा देता है। कर्मचारियों की यही रचनात्मकता बालको को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाने में सहायक है।
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