छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज के बनखेता में एक दंतैल हांथी समेत 3 हाथियों का दल पहुंच गया है। हाथियों की दस्तक से पसान वनमंडल अलर्ट हो गया है।कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में कुछ दिनों पहले लैंगि, खुडरी, कुम्हारिसानी, मोहनपुर तथा बनखेता क्षेत्र में विचरण करते फिर 3 हाथियों ने दस्तक दी है। इसके बाद से यहां दहशत का माहौल था। पसान ग्राम के आश्रित ग्राम बनखेता में हांथीयों के दल की दोबारा वापसी ने एक बार फिर क्षेत्र में भय का माहौल पैदा हो गया है। यहां के ग्रामीण डर में रतजगा करने को मजबूर हैं।
अकेले पसान रेंज की बात करें तो यहां इसके पूर्व भी हाथियों के दल ने डेरा जमाया हुआ था और न जाने कितने घरों को अपना निशाना बनाया था। अभी हाथियो का दल पसान पंचायत का आश्रित गाँव बनखेत्ता मे है जिसकी दूरी पसान से 3 किलोमीटर की दूरी पर है।
हाथियों की आमद होने के बाद हाथी प्रभावित गांव बनखेता के किसानों में फिर डर बैठ गया है। शाम के बाद डर की वजह से घर से निकल भी नहीं सकते। ग्रामीणों के मुताबिक 3 हाथियों के समूह में 1 दंतैल हांथी भी हैं। ये भोजन की तलाश करते हैं, फिर समूह के बाकी हाथी भी उनके साथ चल पड़ते हैं। अभी ट्यूबवेल के भरोसे खेतों में धान के पौधे बड़े हो रहे हैं। इस समय पसान रेंज के पसान सर्किल मे यह दल बनखेता तथा आसपास के क्षेत्र में विचरण कर रहा है।पसान वन परिछेत्र मे रेंजर समेत 9 बीट गार्ड और चार सर्किल मे 4 डिप्टी पदस्थ है। लेकिन हाथियों के दल का लगातार पसान सर्किल में आमद करने वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहता है।
वन विभाग भी स्टाफ की कमी से जूझ रहा है । वहीं किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही होने से वो सिर्फ निहत्थे ही ग्रामीणो की मदद से हाथियो को खदेड़ने का प्रयास करते है।यहां ये बताना लाजमी है कि पसान रेंज भी अब हांथी विचरण क्षेत्र बन चुका है। छ्त्तीसगढ़ सरकार को हांथी प्रभावित क्षेत्र के लिए कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। अब हाथियो का दल रिहायशी इलाको में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं जिससे लोगो मे काफी डर व भय का वातावरण बना हुआ है।
*सुशील साहू की रिपोर्ट*
Editor in Chief