मध्यप्रदेश
शिवपुरी/स्वराज टुडे: शहर में एक नर्स ने डॉक्टर से बदला लेने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला।बताया जा रहा है कि एक निजी अस्पताल में ड्यूटी के दौरान नर्स ने डॉक्टर के बेटे को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। जिसके बाद जब इस बात की जानकारी डॉक्टर को मिली तो उसने अपने बेटे से दूर करने के लिए नर्स को अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
नौकरी से दफा होने के बाद नर्स कई बार डॉक्टर के पुत्र से बात की परन्तु नौकरी पर वापसी की सहमति नहीं बन सकी।जिसके बाद नर्स अपने ही प्रेमी डॉक्टर के बेटे को धमकाने और उसे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी देकर उससे लाखों रुपए वसूल लिए।
पैसों की भूख बढ़ती गई तो डॉक्टर ने दर्ज कराई FIR
पैसे की लालची हुई नर्स की भूख और बढ़ गई जिसके बाद नर्स द्वारा और भी पैसों की मांग की जाने लगी।आखिरकार डॉक्टर और उसके बेटे ने सिटी कोतवाली थाने में पहुंचकर नर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।शिकायत के बाद सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपी नर्स सहित एक उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार शिवपुरी शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल रितु श्रीवास्तव नाम की नर्स पिछले 4 माह से नौकरी कर रही थी। इसी दौरान अस्पताल में डॉक्टर सूरज बंसल का बेटा आदित्य बंसल का आना-जाना बना रहता था। आदित्य और ऋतु के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगी। डॉक्टर पुत्र आदित्य नर्सिंग स्टाफ रितु श्रीवास्तव के प्यार के चंगुल में पूरी तरीके से फंस चुका था। जब इसकी भनक आदित्य के पिता डॉ सूरज बंसल को लगी तो उनके द्वारा अपने बेटे को बचाने के लिए अस्पताल में तैनात नर्स रितु श्रीवास्तव को नौकरी से हटा दिया।यह बात नर्सरी रितु श्रीवास्तव को बहुत ही बुरी लगी।उसने कई बार आदित्य बंसल से अपनी नौकरी वापस दिलाए जाने की सिफारिश अपने पिता से करने की बात कही परंतु बात ना बन सकी।फिर शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का खेल।
आदित्य को धमकाने नर्स ने कोतवाली पहुंचकर लगाया फोन
तमाम हथकंडे अपनाने के बाद जब बात नहीं बनी तो नर्स रितु कोतवाली पहुंच गई। उसने कोतवाली के बाहर से आदित्य को फाेन लगाया कि वह कोतवाली के बाहर खड़ी हुई है और उसके खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाने जा रही है। रितु के फाेन के बाद आदित्य व डॉ सूरज बंसल तत्काल कोतवाली पहुंचे।जहां वह कोतवाली के बाहर खड़ी मिली। डा बंसल और आदित्य दोनों उस नर्स को समझा बुझा कर वहां से अस्पताल ले आए जहां रितु ने डा बंसल को कहा कि अगर वह उसे दस लाख रुपये नहीं देंगे तो वह आदित्य के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करवा देगी।
साढ़े 11 लाख में मामला हो जाता सेटल लेकिन…
डा बंसल ने अपनी इज्जत और बेटे के जीवन को ध्यान में रखते हुए रितु को पांच लाख रुपये का चैक, पांच लाख रुपये नगद दे दिए, लेकिन इतने पर भी रितु का मन नहीं भरा और उसने डेढ़ लाख रुपये फोन पे के माध्यम से भी लिए।इस तरह साढ़े ग्यारह लाख रुपये में मामला खत्म करने की बात कहकर वहां से चली गई। इसके बाद भी नर्स रितु का मन नहीं भरा और उसकी ब्लैकमेलिंग जारी रही।
लाखों लेने के बाद बढ़ती गई पैसों की भूख
नर्स रितु को अब समझ आ चुका था कि उसके हाथ सोने की चिड़िया लग चुकी है यही वजह रही रितु की पैसों को लेकर भूख और भी बढ़ने लगी जिसके बाद 11 जुलाई को वह अस्पताल पहुंची और डॉक्टर सूरज बंसल पर दबाव बनाते हुए उनसे मकान बनाने के लिए प्लॉट की मांग करने लगी।इसके साथ ही उसे पुनः नौकरी पर रखने की बात करने लगी।
जब ब्लैकमेलिंग बर्दाश्त से बाहर हो गई तो पुलिस की शरण में पहुंचे डॉक्टर
जब डॉक्टर ने इतना सब कुछ ना कर पाने की दलील दी तो नर्स भड़क गई और उसके बेटे आदित्य को बलात्कार में फंसाने की धमकी देने लगी । इसी दौरान नर्स ने डॉक्टर की जेब में रखे हुए 16 हजार भी जबरदस्ती निकाल लिए और मौके से निकल गई।आखिरकार डॉ व उसके पुत्र आदित्य ने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली थाने में पहुंचकर दर्ज करा ही दी।
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