उत्तरप्रदेश
फतेहपुर/स्वराज टुडे: दुष्कर्म की शिकार एक 14 वर्षीय किशोरी ने शुक्रवार की सुबह स्थानीय सीएचसी में पुत्र को जन्म दिया है। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। दोनों को अलग वार्ड में विशेष निगरानी में रखा गया है।
प्रेम जाल में फंसाकर कई महीने तक किया दुष्कर्म
कोतवाली बिंदकी के एक गांव में रहने वाली किशोरी को गांव के ही युवक ने अपने प्रेम जाल में फंसाकर कई महीने तक दुष्कर्म करता रहा। इस दौरान किशोरी गर्भवती हो गई। युवक ने किशोरी को किसी से कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इस डर से किशोरी ने किसी को घटना नहीं बताई। इसी बीच युवक दुबई चला गया, तब तक किशोरी पांच माह की गर्भवती हो गई।
गर्भधारण के लक्षण दिखने पर परिजनों को हुई जानकारी
गर्भ धारण के लक्षण दिखने पर मां ने पूछताछ की तो किशोरी ने युवक का नाम बताया। इस पर किशोरी के स्वजन ने युवक के घर माता-पिता से शिकायत की। इस बात को लेकर पंचायत हुई तो युवक व उसके घर वाले शादी को राजी हो गए, पर फिर कुछ दिन बाद फिर मुकर गए। किशोरी के पिता ने 17 मार्च 2022 को कोतवाली में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। किशोरी ने बच्चे को जन्म देने की ठानी। शुक्रवार की तड़के 2:10 बजे सीएचसी में पुत्र को जन्म दिया है।
किशोरी को हुआ नार्मल प्रसव
सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधीक्षक डा. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि किशोरी को नार्मल प्रसव हुआ है। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ है। कहा कि स्थानीय पुलिस सहित प्रशासन के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है।
आरोपित युवक को दुबई से भारत लाने का प्रयास
कोतवाली प्रभारी रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित युवक को दुबई से लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पासपोर्ट निरस्तीकरण की कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। इसके अलावा आरोपित विवेचना में किशोरी को प्रसव हाेने का जिक्र कर विवेचना को आगे बढ़ा दिया जाएगा। आरोपित पिछले वर्ष 15 अगस्त के आसपास दुबई गया था।
कक्षा 8 की छात्रा है पीड़ित किशोरी
पुत्र को जन्म देने वाली किशोरी कक्षा 8 की छात्रा है। किशोरी को प्रसव कराने वाली स्टाफ नर्स ने बताया कि बच्चे का वजन 2.600 किग्रा है। वह पूर्ण स्वस्थ है। किशोरी का ब्लड ग्रुप बी पाजिटिव मिला है। हीमोग्लोबिन 8.4 मिला है।
पुलिस कार्रवाई पर परिजनों ने उठाए सवाल
किशोरी से दुष्कर्म के आरोपित युवक के दुबई भाग जाने के बाद मुकदमें में नामजद अन्य चार आरोपितों पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मुकदमा दर्ज होने के दो माह बीत जाने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। 17 मार्च को जब मुकदमा दर्ज हुआ उस समय पुलिस को मालुम था कि किशोरी गर्भवती है, इसके बाद भी आरोपित युवक को लाने के प्रयास के प्रति पुलिस सजग नहीं हुई।
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