नई दिल्ली/स्वराज टुडे: 36 वर्षीय कैब चालक कल्लू ने दिनभर पैसा कमाया और रात को खाना खाकर 4 पैग लगाकर कार की एसी चलाई और कैब में ही सो गया. दिनभर की थकान, ऊपर से शराब का नशा और एसी की ठंडी हवा, थोड़ी देर में ही कल्लू को गहरी नींद आ गई. उसकी कैब प्रह्लाद गढ़ी में एक ट्रैफिक सिग्नल के किनारे खड़ी थी.
सुबह देर तक कैब में कोई हलचल नहीं हुई तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी और आसपास के लोगों को शक हुआ. उन्होंने पास जाकर देखा तो अंदर का दृश्य देखकर चौंक उठे. गाड़ी का गेट खोलने पर पता चला कि कल्लू की मौत हो चुकी है और कार बंद पड़ी है.
नशे और नींद में पता नही चला कब कार की इंजन हो गयी बंद
पुलिस का कहना है कि कल्लू दुबे की कार वैगनआर एक सीएनजी फिटेड कैब थी. दुबे ने रात को ज्यादा शराब पी ली और उसे होश ही नहीं रहा कि उसकी कार की गैस खत्म हो गई है. गैस खत्म होने के बाद कार का इंजन बंद हो गया और एसी भी ऑफ हो गया. इसके बाद कार में सफोकेशन हुआ और आशंका है दम घुटने से उसकी मौत हो गई. फिलहाल उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, ताकि मौत के वास्तविक कारण का पता लगाया जा सके.
मालिक करता रहा फोन
दुबे के कार मालिक अमलेश पांडेय का कहना है कि उन्होंने सुबह 7 बजे से ही उसे लगातार फोन करना शुरू कर दिया, क्योंकि एक कस्टमर को पिक करने जाना था. प्रियांश टूर एंड ट्रैवल्स नाम से कंपनी चलाने वाले पांडेय ने कहा कि जब कल्लू ने फोन नहीं उठाया तो उसने बुकिंग ही रद्द कर दी. आखिर उसे फोन लोकेशन के जरिये खोजा गया.
शीशा तोड़कर निकाला बाहर
कार के मालिक पांडेय ने कहा, फोन के जरिये लोकेशन खोजकर पहुंचे तो देखा कि उसकी कार एक शराब ठेके के पास खड़ी है और कल्लू अंदर लेटा हुआ है. कई बार कार का दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब नहीं खुला तो उन्होंने कल्लू की फैमिली और पुलिस वालों को बुलाया. पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर कल्लू को निकाला और नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
क्या बोले डॉक्टर
हर्ष हॉस्पिटल के मालिक डॉ बीपी त्यागी का कहना है कि नशे की वजह से कल्लू को कार का इंजन बंद होने की जानकारी नहीं हुई और कार का एसी बंद होने से उसमें कार्बन मोनोऑक्साइड भरना शुरू हो गया. कार का शीशा भी बंद था, जिससे कार में ऑक्सीजन की कमी होने लगी और कार्बन मोनोऑक्साइड की वजह से उसके हर्ट और ब्रेन में ऑक्सीजन जाना बंद हो गई. ऐसे में बहुत संभावना है कि दम घुटने से उसकी मौत हो गई होगी. हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही बात क्लीयर हो सकेगी.
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