छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्व विघालय के स्थानीय सेवाकेंद्र के विश्व सदभावना भवन मे सस्था कि पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी जानकी जी की चौथी पूण्य तिथि वैश्विक अध्यात्मिक जागृति दिवस के रूप में मनाया गया। इस सभागार में अनेक दिग्गज हस्तियो ने अलग अलग समय पर संस्था मे पहुंच कर दादी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने उद्बोधन द्वारा श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर लखनलाल देवांगन वाणिज्य-श्रम एंव उघोग मंत्री, छ.ग शासन मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए। तथा ज्योत्सना महंत सासंद कोरबा, राजकिशोर प्रसाद महापौर, नगर निगम, सरोज पाण्डेय लोकसभा प्रत्याशी, डॉ. राजीव सिह जिला अध्यक्ष भाजपा कोरबा, हितानंद अग्रवाल पार्षद एवं नेता प्रतिपक्ष नगर निगम, नरेन्द्र देवागंन भाजयुमो जिला महामंत्री, डॉ. हेमन्त सचदेवा कार्यकारी निदेशक छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल कोरबा, अशोक मोदी सप्तदेव मंदिर ट्रस्टी, अशोक कुमार शुक्ला ट्रस्टी गायत्री मंदिर, सरिता मिश्रा समाज सेवी तथा सेवाकेंद्र प्रभारी बी. के रूक्मणी उपस्थित थी। इस मौके पर लखनलाल देवांगन ने दादी जी को याद करतं हुए कहा कि निश्चित तौर पर दादी जी ने समाज को सही दशा दिशा प्रदान किया उनके बताए हुए मार्ग पर चलने की बात कहीं। सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि दादी जी ने देश में ही नही विदेश में भी जाकर मानव कल्याण के कार्य किये आज भी वो हमारे पास है ऐसा अनुभव होता है उनकी सादगी और सच्चाई जीवन का आधार था।
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि दादी जी ने न कि पूरे भारतवर्ष में बल्कि पूरे विश्व में आध्यात्मिकता का प्रकाश फैलाया। परमात्मा से जब अपने जीवन में आध्यात्मिकता की शक्ति स्थापित हो जाती है तो फिर मन में सभी के प्रति शुभ भावना आ जाती है। डॉ. हेमन्त सचदेवा कार्यकारी निदेशक, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल ने संस्था के बारे में कहा कि सन 1936 से प्रारंभ हुई संस्था आज 144 देशो और भारत मे 8000 सेवाकेंद्रो के माध्यम से आध्यात्मिक व सामाजिक कल्याण का कार्य कर रहा है। राजयोग के माध्यम से लोग आगे बढ़ रहे है। आत्मिक शक्तियों का विकास होता है। यह संस्था जनहित के लिए लाभकारी है। सासंद भा.ज.पा. प्रत्याशी सरोज पाण्डेय ने अपने अनुभव में कहा कि एक बार माउण्ट आबू मधुबन मुख्यालय जाना हुआ था वहां से काफी प्रभावित हुई थी। मधुबन जैसा एक मधुबन यहां भी बनाने का आश्वासन दिया।
संस्था प्रभारी ब्रह्माकुमारी रूक्मणी दीदी ने कहा कि जब दादी जानकी 104 वर्ष की थी तब इस दौरान उन्होने ईश्वरीय सेवार्थ हजारो यात्राएं की। दादी जी के जीवन का महामंत्र था। सच्चाई, सफाई व सादगी। जब जीवन में सच्चाई होती है तो अपनी कमी कमजोरी भी समाप्त हो जाती है। और तब जीवन मे सादगीपन भी आ जाता है। साथ ही संस्था की सहप्रभारी ब्रह्माकुमारी बिन्दु दीदी, ब्रह्माकुमारी तुलसी दीदी ने भी उद्गार व्यक्त किए। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर दादी जी के चित्र पर फुलमाला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन शेखर सिंह जी ने किया। ब्रह्माकुमारी बहनो द्वारा समस्त अतिथियों को ईश्वरीय उपहार भेंट किया गया। कार्यक्रम में डॉ. के.सी. देबनाथ, कमल कर्माकर, रश्मि शर्मा, लवलीन गाँधी, प्रियंका वासन एस. मुर्ति तथा संस्था से जुड़े सभी लोगो की उपस्थित थी।
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