उत्तरप्रदेश
कन्नौज/स्वराज टुडे: यूपी के कन्नौज से सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां 10वीं छात्रा स्कूल से प्रवेश पत्र लेकर लौट रही थी। तभी रास्ते में कुछ युवकों ने उसके साथ छेडछाड़ की। उनसे किसी तरह बचकर युवती घर पहुंची। शाम को जब वह खेत गई तो उन्हीं शोहदों ने उसे झाड़ियों मे खींच लिया और इसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। वहां से बचकर भागी छात्रा ने घर आकर फांसी पर लटक गई। दूसरी ओर जब दादी घर आई तो कमरे में पोती का शव लटकता देख पड़ोसियों को बुलाया। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस भी पहुंची।
हवस के दरिंदों से बचने छात्रा ने लगा ली फाँसी
ये घटना सौरिख क्षेत्र के एक गांव का है। जहां आए दिन शोहदे एक नाबालिग छात्रा के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। इसी क्रम छात्रा शुक्रवार को जब एडमिट कार्ड लेकर घर लौट रही थी तभी रास्ते में हुसेपुर करन के मनीष जाटव, आनंद और खड़िनी का रमन शाक्य ने छेड़छाड़ की। शाम के समय भी उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई। किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर युवती घर पहुंची और कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
उधर भागवत सुनने गईं दादी जब घर पहुंचीं तो कमरा बंद देख पड़ोसियों को बुलाया। लोगों ने कमरे में झांका तो छात्रा का शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। जैसे ही ये खबर इलाके में आग की तरह फैली, तीनों आरोपी फरार हो गए।
मृतका के परिजनों ने पुलिस पर लगाया लीपापोती का आरोप
परिवार के मुताबिक आरोपी आए दिन बहू-बेटियों से अभद्रता करते हैं। 15 सितंबर को भी मनीष व आनंद ने परिवार की किशोरी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। पुलिस से शिकायत की गई थी लेकिन कार्रवाई के बजाय पीड़ित पर दलित उत्पीड़न का केस दर्ज कराने की धमकी दे समझौता करा दिया। छात्रा के पिता का आरोप है पुलिस ने कार्रवाई की होती तो बेटी की जान बच सकती थी। परिजनों के मुताबिक आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने पर आरोपियों ने घर में घुसकर जान से मारने की धमकी दी। वहीं किशोरी की दादी ने बताया कि आरोपियों के परिजन भी घर में घुसे और गाली-गलौज की।
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