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थक गया हूं, अब नहीं चलाऊंगा. कुंभ मेला ट्रेन को छोड़कर चला गया ड्राइवर, जानें फिर क्या हुआ?

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उत्तरप्रदेश
निगतपुर/स्वराज टुडे: महाकुंभ के दौरान एक तरफ तो यात्री ट्रेन के अंदर भीड़ से परेशान हैं दूसरी तरफ यूपी के निगतपुर में अनोखा मामला सामने आया जिसमें ट्रेन यात्रियों का गुस्सा अधिकारियों पर ही फूट पड़ा.

हुआ कुछ यूं कि कुंभ मेला स्पेशल पैसेंजर ट्रेन यात्रियों को लेकर प्रयागराज से वाराणसी जा रही थी. बीच में एक स्टेशन पर ट्रेन रोककर ड्राइवर थकान बताकर चलते बने. ट्रेन 2 घंटे तक वहीं खड़ी रही. इसके बाद रेल अधिकारियों और वाराणसी प्रशासन को यात्रियों ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी. जिसके बाद दूसरे ड्राइवर को बुलाकर ट्रेन आगे बढ़वाई गई. ट्रेन 5 घंटे बाद निगतपुर स्टेशन से रवाना हो सकी.

जानकारी के मुताबिक कुम्भ मेला स्पेशल पैसेंजर ट्रेन नंबर 0537 यात्रियों को लेकर प्रयागराज से वाराणसी के लिए रवाना हुई थी. सुबह ग्यारह बजे ट्रेन निगतपुर स्टेशन पहुंची. ट्रेन के ड्राइवर नत्थू लाल ने मिर्ज़ापुर के कछवा के पास निगतपुर स्टेशन पर ट्रेन खड़ी कर दी. नत्थू लाल ने कहा कि वो 16 घंटे से लगातार ट्रेन चला रहा है और बुरी तरह थके हुए हैं. थकान की वजह से अब वह ट्रेन नहीं चला सकते.

ट्रेन ड्राइवर नत्थू लाल ने कहा कि आगे ट्रेन ले जाने की हिम्मत नहीं है. उनका शरीर जवाब दे रहा है. इतना कहकर नत्थू लाल ट्रेन छोड़कर चले गए. दो घंटे ट्रेन वहीं पर रुकी रही जिसकी वजह से श्रद्धालुओं में आक्रोश बढ़ने लगा. दोपहर एक बजे लोगों को पता चला कि ड्राइवर तो ट्रेन छोड़कर चला गया है. अब श्रद्धालुओं में बेचैनी बढ़ने लगी. सोशल मीडिया पर वाराणसी प्रशासन और रेलवे को श्रद्धालुओं ने जानकारी दी.

श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए एडीजी वाराणसी जोन पियूष मोर्डिया ने एसपी मिर्ज़ापुर से बात की और तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा. एसपी मिर्ज़ापुर ने रेलवे के अधिकारियों से बात करके दूसरे चालक की व्यवस्था करवाई. करीब तीन घंटे बाद ट्रेन करीब शाम चार बजे वहां से वाराणसी के लिए रवाना हुई. ट्रेन चलने पर श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया पर एडीजी पियूष मोर्डिया को धन्यवाद दिया है.

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Deepak Sahu

Editor in Chief

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