छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: पिछले कई महीनो से जिले में अवैध उत्खनन का मामला लगातार सामने आ रहा है। रेत ठेकेदार पूरी दबंगई के साथ रेत का अवैध उत्खनन कर रहे है। इसके चलते प्रशासन को हर महीने करोड़ों का चुना लग रहा है। दिनभर जेसीबी के माध्यम से नदी से रेत निकाला जाता है। रात में परिवहन किया जाता हैं। इसमें खनिज विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता ।
कोरबा जिला से लगभग 20 किलोमीटर दूर एनटीपीसी का राखड़ डेम है, जहां एनटीपीसी के ठेकेदार राखड़ परिवहन का काम करते है। लेकिन इसी डेम के पीछे हसदेव नदी स्थित है जहां से जेसीबी के माध्यम से हसदेव नदी से रोजाना 30 से 40 हाईवा रेत निकालकर परिवहन किया जाता है।
इसी तरह इमलीडुग्गु सीतामणी रेत घाट से भी धड़ल्ले से अवैध रेत उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है । पूछताछ करने पर इनके द्वारा खुलेआम धमकी दी जाती है कि जिसे जो करना है करे । हमारा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता ।
रेत माफियाओं के इसी रवैये से खनिज विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजिमी है । आखिर कहीं से तो इनको शह मिलता होगा जिसके चलते इनकी दबंगई सातवें आसमान पर होता है ।
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