
छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: कोरबा के कन्या में 11वीं कक्षा की छात्रा के मां बनने के मामले में कलेक्टर ने एक्शन लिया है। कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देश पर छात्रावास की अधीक्षिका को निलंबित करते हुए मामले की जांच के निर्देश दिए गए है।
DMC मनोज पांडेय ने बताया कि 3 जनवरी को छात्रावास में बच्चों का मेडिकल चेकअप भी हुआ था, जिसमें छात्रा के गर्भवती होने की बात सामने नही आई। डीएमसी मनोज पांडेय ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में छात्रा के गर्मी छुट्टी में गांव जाने की बात सामने आयी है। उन्होने छात्रा के गर्मी छुट्टी में गांव में रहने के दौरान उसके गर्भवती होने की आशंका जतायी है। फिलहाल कलेक्टर के निर्देश पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। अब मां बनने वाली नाबालिग छात्रा से पूछताछ के बाद ही इस पूरे घटना की सच्चाई सामने आ सकेगी
जानें पूरा मामला
जिला कोरबा के पोंडीउपरोड़ा में आरएमएसए के अंतर्गत संचालित 100 सीटर बालिका आवासीय विद्यालय में ग्यारहवीं कक्षा में अध्ययनरत एक नाबालिग छात्रा ने बीती रात एक प्री मैच्योर बच्ची को जन्म दिया । घटना के बाद शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया ।
जब इस घटना की जानकारी हॉस्टल अधीक्षिका श्रीमती रात्रे को मिली तो उन्होंने छात्रा के कमरे में जाकर बच्चे के बारे में पूछा। पूछने पर छात्रा ने अपनी संतान होने से साफ इंकार कर दिया। हॉस्टल प्रबंधन की ओर से पोंडी उपरोड़ा से लगभग 40 किलोमीटर दूर निवासरत छात्रा के माता-पिता को बुलाकर जब उनसे पूछा गया तो छात्रा की मां ने बताया कि, उन्हें भी उनकी बेटी ने गर्भवती होने की सूचना कभी नहीं दी।
घटना के बाद राज्य एवं जिला स्तर के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की तथ्यात्मक जानकारी जुटाई । आरएमएसए के एडीपीओ के .जी.भारद्वाज ने बच्चों समेत अधीक्षिका से घटनाक्रम की पूरी जानकारी जुटाई ,जांच प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को भेज दिया है।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो मामला प्रेम प्रसंग का है छात्रा अवकाश के दिनों में स्वजातीय युवक के संपर्क में आने के बाद इस स्थिति तक पहुंची है। हालांकि छात्रा की इस स्थिति तक पहुंचने की जानकारी हॉस्टल अधीक्षक को न होना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। प्रशासन इस संवेदनशील मामले में सख्त है। जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

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