छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा कोरबा के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रो मे वैज्ञानिक चेतना के प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रमों का प्रारंभ संविधान की उद्देशिका के पाठ से किया जाता है, एवं विज्ञान गीत पेड़ है सांसे से किया जाता है,जन सामान्य को संविधान के महत्व के संबंध में जानकारी देते हुए वन्य प्राणी एवं प्रकृति संरक्षण के प्रति हमारी क्या भूमिका है और एक नागरिक के क्या कर्तव्य हैं उनके संबंध में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम माध्यम से संस्था से जुड़े छात्रों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी स्कूल कॉलेज के बच्चों को एवं जन सामान्य को प्रदान की जा रही है। इसी क्रम में अजगर बेला पत्रापालीआदि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है । विशेषता उदबिलाव संरक्षण हेतु जन सामान्य को विशेष जानकारी प्रदान की जा रही है , जिसके माध्यम से इस रहस्य में जीव के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के कार्यकर्ता लोकेश राज चौहान रघु सिंह छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा इकाई के सेक्रेटरी दिनेश कुमार सह सचिव वेद व्रत उपाध्याय, सदस्य सुमित सिंह एवं निधि सिंह द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा द्वारा ग्राम पत्रपाली में के एन कॉलेज के छात्रों को वनमंडलाअधिकारी की अनुमति एवं डॉ प्रशांत बोपापुरकर की अनुमति के पश्चात जैव विविधता की जानकारी हेतु एक दिवसीय ट्रैकिंग का आयोजन किया गया। ट्रेकिंग के माध्यम से सभी छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों एवं उनके उपयोग जीव जंतुओं के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा कोरबा इकाई के सचिव श्री हिमांशु डोगरे वन अधिकारी द्वारा छात्रों का प्रोत्साहन किया गया एवं उन्हें वृक्षों की पहचान एवं उनके वैज्ञानिक नाम से अवगत कराया गया । कार्यक्रम में ग्राम के दुर्गा स्व सहायता समूह द्वारा सहयोग प्रदान किया गया एवं भोजन की व्यवस्था की गई।
कार्यक्रम में पत्रपाली रेंज के वन अधिकारियों का विशेष सहयोग मिला जिसके माध्यम से कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपूर्ण हुआ। कॉलेज से वनस्पति विज्ञान विभाग से सहायक प्राध्यापक श्रीमती अनु दुबे, जंतु विज्ञान विभाग से श्री वेद व्रत उपाध्याय, श्रीमती निधि सिंह एवं लैब अटेंडेंट दिनेश कुमार ने कार्यक्रम में सहभागिता की,विशेष आमंत्रण पर वाइल्डलाइफर रवि नायडू द्वारा छात्र छात्रों को प्रोत्साहित किया गया १ सेन्हा २ अमलतास ३ महुआ ४ धवाई ५ केवटी ६ बेल ७ लोध ८ लिरबिटी ९ कुटज १० निर्गुंडी ११ मोगरी १२ साल १३ सेल्वा ४ सर मोखा १५ शंखपुष्पी १६ ब्राह्मी आदि
बालको से श्री अर्जुन श्रीवास वैद्यराज के साथ भूइनीम मलकानग्निक, रसना, वेदांग अनंत मूल,सब्रभज आदि 50 से अधिक औषधीय पौधों के विषय में बताया गया औषधिय पोधो के विषय में बताया गया । जंतुओ मे कॉमन टाइगर , कॉमन सिल्वर लाइन , साईक , स्मॉल ब्लू , कमांडर , चीतल , केकड़ा , साही (पोर्कुपिन), चेकर्ड कील बेक (डोधिया) , गौरैया , रोस रिंग्ड पैराकीट (करन तोता), जंगल वैबलर प्रजातियों को देखा गया एवं चितल के ट्रैक मार्क के साथ ही भालू एवं सेहीं की माद का अवलोकन किया गया,कर्क, टिड़ो की प्रजातियां, कुछ सरीसृप प्रजातियां जैसे कैलोटस एवं सीटाना के साथ स्कीक़,सर्प कीलबैक, उभयचर का अवलोकन किया गया सरपच समोती लाल राठिया लीला अघरिया देव मांझी आदि का ग्राम से विशेष सहयोग रहा । छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा से सुमित सिंह, अविनाश यादव सह सचिव कोरबा इकाई रघु सिंह लोकेश राज चौहान विक्की सोनी अपने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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