
उत्तरप्रदेश
फतेहपुर/स्वराज टुडे: फतेहपुर में यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने 150 करोड़ के गबन के आरोपी और 25 हजार का इनामी जालसाज राजेश मौर्य को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया जालसाज पिछले 8 साल से वेश-भूषा और अपना नाम बदलकर पंजाब में रह रहा था.
8 साल बाद वह अपने परिजनों से मिलने गांव आया था, तभी मुखबिर की सूचना पर यूपी एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी लोगों को नए-नए प्रोजेक्ट लगवाने का प्रलोभन देकर ठगी करता रहा और करोड़ों रुपए वसूलने के बाद फरार चल रहा था. प्रदेश के कई जिलों में गंभीर धाराओं में आरोपी के खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं.
सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के खजुरियापुर गांव का रहने वाला राजेश मौर्य ने पढ़ाई खत्म करने के बाद महाराष्ट्र जाकर मार्केटिंग का काम किया. कुछ दिनों बाद वापस अपने गांव लौटा और एक एनजीओ रजिस्टर करवाया. आसपास के क्षेत्र के लोगों से मिलकर नए नए प्रोजेक्ट में पैसा दोगुना करने का प्रलोभन देकर प्रोजेक्ट में मशीन लगाकर कच्चा माल तैयार कर मार्केट में सप्लाई करने लगा. दो से तीन माह में 33 लाख रुपये इकट्ठे किए. इसी दौरान इनकम टैक्स के अधिकारियों ने कंपनी में छापा मारकर 33 लाख बरामद किए, जिसका वह ब्योरा नहीं दे सका.
फिर आरोपी मध्य प्रदेश सहित प्रदेश के कई जिलों में कंपनी का प्रचार-प्रसार करने लगा. लोगों को प्रलोभन देकर 150 करोड़ रुपये की जालसाजी करके फरार हो गया था. पीड़ितों ने आरोपी राजेश मौर्य के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस द्वारा खोजबीन करने पर उसका कोई पता नहीं चला. पुलिस ने राजेश के खिलाफ 25 हजार की इनाम का घोषणा की थी. एसटीएफ प्रयागराज ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
फतेहपुर एसपी उदय शंकर सिंह ने बताया, ‘8 साल से फरार चल रहे शातिर अपराधी राजेश मौर्या को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी वेश-भूषा बदलकर पंजाब में रह रहा था. आरोपी अपने पैतृक घर में कुछ लोगों से मिलने आया था. आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित था. राजेश ने चिट फंड की अलग-अलग कंपनियां खोलकर लोगों का पैसा हड़पा. गिरोह के अन्य सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. राजेश मौर्या के खिलाफ फतेहपुर, प्रयागरात, मिर्जापुर, कौशांबी समेत कई जिलों के कई मुकदमें दर्ज हैं.’
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