छत्तीसगढ़
जांजगीर-चांपा/स्वराज टुडे: उप संचालक कृषि कार्यालय जांजगीर में उस समय हड़कंप मच गया जब उप संचालक कृषि अधिकारी एमआर तिग्गा कृषि विस्तार अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। बैठक मे उप संचालक ने कृषि विकास अधिकारियों से गौठान के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन कृषि विकास अधिकारी नंदकुमार दिनकर उक्त जानकारी उपलब्ध नहीं करा सके तभी उप संचालक ने कृषि विकास अधिकारी नंदकुमार दिनकर को खूब गन्दी गन्दी गालियां देते हुए जमकर फटकार लगाई। उच्च अधिकारी होकर अपने नीचे स्तर के अधिकारी को आये दिन मीटिंग में गाली गलौच कर बदतमीजी करने से कोई कसर नही छोड़ते ।
इसी दौरान कृषि विकास अधिकारी भी तैश में आ गया और अपने उच्च अधिकारी से कहा कि आप गाली गलौच मत करो । भरी मीटिंग में किसी कर्मचारियों से गाली गलौच करना उच्च अधिकारियों को शोभा नही देता लेकिन उप संचालक को इससे कुछ भी फर्क नहीं पड़ा। इतने में भी मन नही भरा तो कृषि विकास अधिकारी को मीटिंग से बाहर तक निकाल दिया।
नंद कुमार दिनकर,कृषि विकास अधिकारी, जिला कार्यालय जांजगीर
यह नजारा देख पूरी मीटिंग हॉल में हड़कंप मच गया। मीटिंग में बैठे कर्मचारी अधिकारी सकते में आ गए। उप संचालक एवं कृषि विकास अधिकारी के बीच काफी देर तक नोकझोंक होते रही। वहीं उप संचालक ने कृषि विकास अधिकारी दिनकर से दुर्व्यवहार करते हुए गाली गलौच की और मीटिंग में सरेआम कहने लगे कि मैं तुम्हे संस्पेंड कर दूंगा , तुम्हारा सी आर खराब कर दूंगा, मेरी पकड़ मंत्री तक है इसलिए इस जिले में इतने दिनों तक राम राज्य की तरह टिका हुआ हूं । कोई मेरा कुछ नही बिगाड़ सकता ।
विवादों में हमेशा उप संचालक
आपको बता दे कि लगातार ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं कृषि विकास अधिकारी से हमेशा दुर्व्यवहार बदतमीजी करने का मामला सामने आते रहता है, लेकिन उप संचालक होने के कारण छोटे कर्मचारियों दबे रहते हैं।
करोड़ो रूपये सरकारी राशि गबन करने की आशंका
सूत्रों से जानकारी के अनुसार उप संचालक द्वारा करोड़ो रूपये की हेराफेरी करने की बात सामने आ रही है । इनके पूरे कार्यकाल की सम्पूर्ण जांच करा दिया जाय तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा । प्रत्येक योजना की कमीशन उप संचालक तक पहुचना चाहिए अगर नही पहुँचा तो भरे मीटिंग में किसी को अपमानित करने से पीछे नहीं हटते।
अनेको कर्मचारियो को जिला कार्यालय में अटैच
ब्लाक स्तर की अधिकारी कर्मचारियो को जिला कार्यालय में उप संचालक ने अटैच करके रखा गया है जिसके कारण ब्लाक स्तर का कार्य नही हो पा रहा है यही नही अपने चहेते ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को तीन सालों से अटैच करके रखे हुए है और वित्त का प्रभार एवं अन्य जिसमे उप संचालक की कमीशन की उगाही कर सके ऐसे अपने चहेते कर्मचारियो को अटैच करके रखे हुए है और उनकी आड़ में मोटी रकम कमा रहे है ऐसे अधिकारियों की जांच होनी चाहिए।
पर्सन राठौर की रिपोर्ट
Editor in Chief