छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: गीत-संगीत की शास्त्रीय विधा को सम्मानित स्थान दिलाने के उद्देश्य से कोरबा में संचालित रंग महल अकादमी ने अनेक कलाकारों को मंच प्रदान किया है। शास्त्रीय शैली की विधा को जीवित रखने और उसे विशिष्ट पहचान दिलाने की दिशा में अकादमी के संचालक सुदीन दास की मेहनत रंग लाई और अंचल के अनेक प्रतिभाओं को उनके भीतर छुपे हुए कलाकार को प्रदर्शन का अवसर मिला।
अकादमी संचालक सुदीन दास को जब भी अवसर मिलता है कलाकारों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल होने का अवसर प्रदान करते रहते हैं। इसी कड़ी में 2 और 5 जून को हिमाचल प्रदेश के सोलन में आयोजित गीत-संगीत की अनेक विधाओं की स्पर्धा में कोरबा रंग महल अकादमी के कलाकारों को शामिल होने का अवसर मिला। इस स्पर्धा में विभिन्न राज्यों से अनेक विधाओं में कलाकारों ने भागीदारी निभाई। रंगमहल अकादमी के संचालक सुदीन दास को सर्वश्रेष्ठ गुरू का खिताब मिला।
इतना ही नहीं अकादमी से जुड़े अनेक कलाकारों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शन के बल पर व्यक्तिगत पुरस्कार भी जीते। एक बार पुनः ऊर्जाधानी ने साबित कर दिया कि कोरबा में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हिमाचल प्रदेश में पुरस्कृत हुए कोरबा के कलाकारों ने गीत संगीत की दुनिया में कोरबा के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य का परचम लहराया है। रंगमहल अकादमी के कलाकारों पर कोरबा गौरवान्वित है। समूची प्रतियोगिता में कोरबा को प्रथम स्थान हासिल हुआ।
हिमाचल प्रदेश के सोलन में फ्लाईफोट फोरम द्वारा आयोजित अभिनय 2022 में पुरस्कृत हुए कलाकारों में इंस्ट्रुमेंटल सीनियर वर्ग में रूपाली मित्रा को द्वितीय पुरस्कार हासिल हुआ है जबकि इंस्ट्रुमेंटल जूनियर वर्ग में देवधर धरलियारवे को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।
इसी प्रकार से वोकल सीनियर वर्ग के सोलो लाइट म्यूजिक में तनुश्री मुखर्जी को पहला पुरस्कार, मोनिका घोष को दूसरा और किशन देवांगन को तीसरा पुरस्कार हासिल हुआ है। शास्त्रीय संगीत की श्रेणी में वरिष्ठ वर्ग के अन्तर्गत मोनिशा अधिकारी को प्रथम पुरस्कार मिला है। जूनियर वर्ग अन्तर्गत लाइट म्यूजिक श्रेणी में तनीषा पांडा को पहला, निलोय बिस्वास को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसी प्रकार से जूनियर वर्ग के अन्तर्गत सेमी क्लासिकल में दिव्यांका जैन ने पहला स्थान हासिल किया जो कि रंगमहल अकादमी के लिए बहुत गर्व की बात है।
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