सरकारी नौकरियों में बैंक जॉब को लेकर युवाओं में जबर्दस्त क्रेज है. हजारों युवा बैंक भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. बैंकों में क्लर्क, पीओ और मैनेजर समेत तमाम पदों पर भर्तियां होती हैं.
इनमें से ही एक पद कैशियर भी है. क्या आपने कभी सोचा है कि बैंक के कैशियर की भर्ती कैसे होती है ? इस पद पर भर्ती होने के लिए कौन सी परीक्षा पास करनी पड़ती है ? या कैशियर को सैलरी कितनी मिलती होगी ? आइए आज इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं…
बैंक कैशियर का क्या है काम ?
बैंक के बाकी कर्मचारियों की तरह कैशियर के भी कंधे पर बहुत सारा कार्यभार होता है. वह भी बाकी कर्मचारियों की तरह सुबह दस बजे बैंक पहुंचता है और शाम पांच बजे तक काम करता है. इस बीच उसे एक घंटे का लंच ब्रेक मिलता है. बैंक में कैशियर के लिए एक अलग से केबिन होता है. जहां कंप्यूटर और पैसे गिनने की मशीन लगी होती है. कैशियर का मुख्य तौर पर काम ग्राहको से पैसे का लेन-देन करना है. इसके साथ वह बैंक में हुए कुल लेद-देन का रिकॉर्ड भी रखता है.
बैंक कैशियर कैसे बनते हैं ?
कैशियर एक क्लर्क ग्रेड का पद है. इस पद पर भर्ती के लिए आईबीपीएस क्लर्क भर्ती परीक्षा और एसबीआई क्लर्क भर्ती जैसी परीक्षाएं होती हैं. इसके लिए योग्यता कम से कम ग्रेजुएशन पास मांगी जाती है. जबकि उम्र सीमा 20 से 28 साल है. हालांकि यह वैकेंसी के अनुसार भिन्न भी होक सकती है. इसलिए कोई आवेदन करने से पहले नोटिफिकेशन जरूर चेक करें.
कितनी मिलती है सैलरी
एक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में कैशियर की औसत सैलरी प्रति माह 25000 से 35000 रुपये तक होती है. जबकि प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में 30 से 40 हजार रुपये महीने तक मिलते हैं.
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