छत्तीसगढ़
कटघोरा/स्वराज टुडे: छ,ग कटघोरा मंडल के केंदई रेंज में हाथियों के दलों ने लगभग 4 वर्ष से डेरा जमा रखा जिसमें आए दिन केंदई वन परिक्षेत्र के ग्रामों में ग्रामीणों के मकानों को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है
लगभग 8:00 बजे रात को सामने का दरवाजा बंद करने आया तो देखा कि दंतैल हाथी घर के सामने खड़ा है। ये देखते ही पिछले दरवाजे से बच्चों को लेकर निकल भागा । उसके बाद हाथी सामने का बाउंड्री तोड़कर घर के अंदर जा घुसा। घुसने के बाद घर में रखें चावल बाजरा टीवी एवं बेड को तोड़फोड़ कर घर के कई हिस्सों को तोड़ते हुए साथ ही प्रधानमंत्री आवास के भी दीवाल खिड़की को तोड़ दिया ।
इस घटना की सूचना पाते ही ग्रामीणों के सहयोग से बीटगार्ड प्रीतम पुरइन एवं मोरगा चौकी प्रभारी राजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। इस समय केंन्दई पसान ऐतमानगर वन परिक्षेत्र में लगभग 55 हाथियों का दल अलग-अलग स्थान पर उत्पात मचा रहे हैं । बरसात लगते ही हाथियों के झुंडो द्वारा उपयुक्त स्थान चिन्हित कर प्रजनन की जाती है जिसकी खबर कई स्थानों से प्राप्त होती रहती है
इस तरह कई झुंडों में बेबी एलीफेंट देखे जाते हैं ।
क्षेत्रवासियों का ऐसा मानना है कि लगभग 5 वर्षो से डेरा जमाए हाथियों द्वारा केंदई पसान वन परीक्षेत्र को अपना पसंदीदा स्थान चुन लिया है। इन हाथियों के उत्पात से अब तक दर्जनों जाने जा चुके हैं, किंतु प्रशासन गंभीर नहीं है । लेमरू में प्रस्तावित रिजर्ब एलीफेंट करीडोर ठंडे बस्ते में जाता हुआ जान पड़ता है । यहां सवाल उठना लाजमी है कि आखिर कब तक इन उत्पाती हाथियों से ग्रामीणों को छुटकारा मिलेगा ।
*सुशील साहू की रिपोर्ट*
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