जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आज एक हिंदू महिला टीचर की हत्या हुई। इसपर पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला का बयान आया है।
श्रीनगर/स्वराज टुडे: जम्मू कश्मीर के कुलगाम में हिंदू महिला टीचर की हत्या पर प्रदेश के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला (Faruq abdullah) का बयान आया है। उनसे हिंदू महिला टीचर के मर्डर पर सवाल किया गया था, इसपर फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि ‘सब मारे जाएंगे।’
बता दें कि आज दोपहर में ही कुलगाम के हाई स्कूल गोपालपोरा इलाके में एक महिला शिक्षिका पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी। इस घटना में उसे काफी गोलियां लगी थीं, फिर हॉस्पिटल में महिला की मौत हो गई। कश्मीर पुलिस ने कहा है कि इस अपराध में शामिल आतंकियों की जल्द ही पहचान कर उन्हें मार गिराया जाएगा।
मरने वाली टीचर की पहचान बाद में रजनी बाला के रूप में हुई है। वह कुलगाम जिले में साल 2010 से काम कर रही थीं। उनके पति राजकुमार कुलगाम में ही दूसरे स्कूल में काम करते हैं। परिवार सांभा जिले में रहता है। इनकी बेटी भी यहीं साथ में रहती है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमले बढ़े हैं। इसपर इसी महीने फारुख अब्दुल्ला का बयान आया था। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों को रोकना है तो सरकार को कश्मीर फाइल्स ( Kashmir Files ) फिल्म पर बैन लगाना चाहिए।
उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा?
महिला टीचर की हत्या पर जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने दुख जताया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, भारत सरकार दावा कर रही है कि कश्मीर की स्थिति सामान्य है। बावजूद इसके नागरिकों की हत्या हो रही है, जो कि चिंता की बात है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, इस कायराना एक्ट की निंदा करती हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी की निंदा
उमर अब्दुल्ला ने कहा, यह दुखद है। निहत्थे नागरिकों पर हुए हालिया हमलों में एक और नाम। उन्होंने कहा, निंदा और शोक के शब्द तब तक खोखले हैं, तब तक सरकार का आश्वासन नहीं मिलता है कि स्थिति सामान्य होने तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
घाटी में नहीं रुक रही हत्याएंं
25 मई 2022- कश्मीर टीवी आर्टिस्ट अमीरा भट्ट की गोली मारकर हत्या हुई।
24 मई 2022- आतंकियों ने पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस हमले में 7 साल की बच्ची जख्मी हुई।
17 मई 2022- बारामूला में आतंकियों ने वाइन शॉप पर ग्रेनेड फेंका। इस हमले में रंजीत सिंह की मौत हो गई। हादसे में तीन लोग जख्मी हो गए थे।
12 मई 2022- कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की बडगाम में गोली मारकर हत्या। आतंकियों ने उनके ऑफिस में घुसकर फायरिंग की।
12 मई 2022- पुलवामा में पुलिसकर्मी रियाज अहमद ठाकोर की गोली मारकर हत्या।
9 मई 2022- शोपियां में आतंकियों की फायरिंग में एक नागरिक की मौत. एक जवान समेत दो घायल हुए थे।
2 मार्च 2022- आतंकियों ने कुलगाम के संदू में पंचायत के सदस्य की गोली मारकर हत्या की।
देश के तमाम मुस्लिम नेताओं और धर्म गुरुओं ने साधी चुप्पी
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा कर एवं उसे 2 केंद्र शासित राज्य बना कर अलगाववादी संगठनों और आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है । लेकिन अमन-चैन के दुश्मनों ने श्रीनगर की धरती को फिर से हिंदू कश्मीरियों के खून से लाल करना शुरू कर दिया है ।
हाल ही में अलगाववादी नेता यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा सुनाई गई तो असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने केंद्र सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया । अनेक मुस्लिम संगठनों ने भी इसे ज्यादती बताया । लेकिन श्रीनगर में हो रही कश्मीरी हिंदुओं की हत्याओं के मामले में इन लोगों ने चुप्पी साध ली है । इन हत्याओं के विरोध में ना किसी मुस्लिम नेता का बयान आ रहा है , ना किसी मुस्लिम संगठनों द्वारा इसकी निंदा की जा रही है । आखिर देश में ऐसी दोहरी नीति कब तक चलेगी ।
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