नई दिल्ली/स्वराज टुडे: एनटीपीसी माइनिंग ने FY 24-25 की पहली छमाही में 19 मिलियन मैट्रिक टन (एमएमटी) से अधिक कोयला उत्पादन करके शानदार प्रदर्शन किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 20% अधिक है। इसके साथ ही एनटीपीसी की बिजली-उत्पादन करने वाली परियोजनाओं को 19.7 एमएमटी कोयला भेजा गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 16% अधिक है।
एनटीपीसी कोल माइनिंग ने लगातार अपने उत्पादन लक्ष्यों को पार करके कैप्टिव कोयला खनन क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी के रूप में अपने आप को स्थापित किया है। एनटीपीसी माइनिंग ने अभी तक अपने पाँच सक्रिय कैप्टिव कोयला खननो से 123 एमएमटी से अधिक का कोयला उत्पादन कर चुके हैं और 121 एमएमटी से अधिक कोयला भेज चुके हैं। पाँच कैप्टिव कोयला खनन- झारखंड में पकरी बरवाडीह, केरंदारी और चट्टी बरियातू, ओडिशा में दुलंगा और छत्तीसगढ़ में तलईपल्ली, एनटीपीसी के थर्मल पावर स्टेशनों के लिए ईंधन सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनने में अपना अहम योगदान भी दे रहे हैं। यह अद्भुत प्रदर्शन एनटीपीसी की कैप्टिव खानों का देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में उनकी अथक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
ऊर्जा उत्पादन में निरंतर वृद्धि प्राप्त करने के लिए, एनटीपीसी ने कई रणनीतियों और तकनीकों को लागू किया है। एनटीपीसी देश को विश्वसनीय, किफायती और सस्ती बिजली प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोयला उत्पादन में यह उल्लेखनीय वृद्धि एनटीपीसी के परिचालन उत्कृष्टता के प्रति समर्पण और भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में उसके अहम योगदान एवं प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
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