छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा मजदूरों को गेट पास नहीं दिए जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने अचानक लगभग 250 कर्मचारियों को काम से निकाल दिया हैं। इसे लेकर एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ के.सी. जैन मार्ग पर श्रमिक नेताओं ने इकट्ठे होकर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मजदूर रितेश कुमार ने बताया कि लगभग 250 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया है। बताया जा रहा है कि एनटीपीसी पावर प्लांट में 31 तारीख को नई कंपनी को काम दे दिया है, जहां ठेका चेंज होने के बाद दूसरी कंपनी आ गई है और अपने हिसाब से कर्मचारियों को रख रही है। सुबह जब वह काम पर आए तब इसकी उन्हें जानकारी हुई।
श्रमिक नेताओं का कहना है कि मजदूरों पर शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें जब काम से बाहर निकाला जाता है तब एनटीपीसी प्रबंधन मौन रहता है। कर्मचारी दोष कुमार मनेवार ने आरोप लगाते हुए बताया कि वे पिछले 15 सालों से एनटीपीसी में ठेकाकर्मी है। आज अचानक उन्हें काम से निकाल दिया गया है। ऐसे में उसके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है।
छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के दर्री इकाई के अध्यक्ष नवल किशोर साहू ने भी आरोप लगाते हुए बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन और ठेकेदार मजदूर कर्मचारियों के साथ अत्याचार कर रही है उनका शोषण कर रही है। अचानक लगभग ढाई सौ कर्मचारियों को काम से निकाल दिया गया।
जानकारी के अनुसार एनटीपीसी प्रबंधन और ठेकेदार के बीच बातचीत हुई है, जहां चार दिनों के भीतर सभी को काम पर रखने की बात पर सहमति बनी है। पीड़ित मजदूरों ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर चार दिन बाद उन्हें काम पर नहीं रखा जाता है तो आने वाले समय में वे उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे ।
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